अजमेर

आरपीएससी-वरिष्ठ अध्यापक अंग्रेजी (माध्यमिक शिक्षा) का परिणाम जारी

आयोग ने 934 अभ्यर्थियों को क्रमानुसार अस्थाई रुप से सफल घोषित किया है।

अजमेरFeb 07, 2018 / 06:31 pm

raktim tiwari

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राजस्थान लोक सेवा आयोग ने वरिष्ठ अध्यापक अंग्रेजी (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा-2016 का परिणाम जारी कर दिया है। इसके तहत अभ्यर्थियों से विस्तृत आवेदन पत्र मांगे हैं।
उप सचिव दीप्ति शर्मा ने बताया कि वरिष्ठ अध्यापक अंग्रेजी (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा-2016 के अन्तर्गत अनिवार्य विषय की परीक्षा बीते साल 1 मई और ऐच्छिक विषय की परीक्षा 2 जुलाई को हुई थी। आयोग ने 934 अभ्यर्थियों को क्रमानुसार अस्थाई रुप से सफल घोषित किया है।
अस्थाई रुप से सफल अभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट से विस्तृत आवेदन पत्र डाउनलोड कर 21 फरवरी तक शैक्षणिक योग्यता, जाति एवं वांछित प्रमाण-पत्रों की फोटो प्रति के साथ जमा करा सकेंगे।

पात्रता की जांच के बाद स्पष्ट पाए गए पात्र अभ्यर्थियों के नाम नियुक्ति हेतु अभिस्तावित किए जाएंगे। 23 अगस्त 2017 की अधिसूचना के तहत धौलपुर/भरतपुर जिले के जाट समुदाय के अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थी भी 21 फरवरी तक अभ्यावेदन और प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकेंगे। आयोग ने परिणाम वेबसाइट पर जारी कर दिया है।
रोका परिणाम
उपसचिव शर्मा के अनुसार अभ्यर्थी रोल नंबर 719376 का परिणाम अनुचित साधन अपनाए जाने के कारण रोका गया है। सफल अभ्यर्थियों के प्राप्तांक शीघ्र वेबसाइट पर जारी किए जाएंगे।

भर्ती कलैंडर का इंतजार
प्रदेश के हजारों अभ्यर्थियों को भर्ती कलैंडर का इंतजार है। आरपीएससी ने करीब दो साल से नया भर्ती कलैंडर नहीं तैयार किया है। इनमें आरएएस जैसी मुख्य भर्ती परीक्षाएं शामिल है। धौलपुर और भरतपुर के जाट सहित विशेष पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों के आरक्षण के मामले ने सरकार सहित आयोग को काफी परेशान किया है। इसके चलते आयोग कलैंडर नहीं बना पाया है।
यूपीएससी सबसे रहता आगे
भर्ती कलैंडर के मामले में देश में संघ लोक सेवा आयोग सबसे आगे रहता है। इसका भर्ती कलैंडर प्रतिवर्ष तैयार कर वेबसाइट पर अपलोड होता है। संघ लोक सेवा आयोग आईएएस, आईपीएस सहित प्रमुख भर्ती परीक्षाएं कराता है। पिछले 70 साल से ऐसा कोई साल नहीं है, जबकि यूपीएससी ने अपना कलैंडर नहीं बनाया हो। अन्य राज्यों के लोक सेवा आयोग भी अपनी भर्ती परीक्षाओं की तिथियां यूपीएससी का कलैंडर देखकर ही तय करते रहे हैं। इनमें आरपीएससी भी शामिल है।
 

 
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