– स्टालिन ने की कार्रवाई की मांग
परीक्षा में पेरियार की जाति का उल्लेख करने वालों के खिलाफ
चेन्नई. डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने सोमवार को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है जिन्होंने तमिलनाडु लोक सेवा आयोग (टीएनपीएससी) के समूह-ख का परीक्षा प्रश्र पत्र बनाते समय द्रविड़ कषगम के संस्थापक पेरियार ईवी रामास्वामी की जाति का उल्लेख किया था। यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि प्रश्रपत्र में पेरियार की जाति का नाम दिया हुआ था। उन्होंने संदेह प्रकट करते हुए कहा कि पता नहीं जिस व्यक्ति ने प्रश्रपत्र बनाया था या जिसने जांच करके उसे जारी किया था उसे तमिलनाडु के बारे में पता है या नहीं। उन्होंने कहा कि पेरियार को ईवीआर कहा जाता था जिसका मतलब होता है ईरोड वेंकटप्पा रामास्वामी। उन्होंने आगे कहा कि पेरियार किसी आदमी के नाम के साथ उसकी जाति जोडऩे के खिलाफ थे। 1928 में उन्होंने अपने नाम से जाति का नाम हटा दिया था।
परीक्षा में पेरियार की जाति का उल्लेख करने वालों के खिलाफ
चेन्नई. डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने सोमवार को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है जिन्होंने तमिलनाडु लोक सेवा आयोग (टीएनपीएससी) के समूह-ख का परीक्षा प्रश्र पत्र बनाते समय द्रविड़ कषगम के संस्थापक पेरियार ईवी रामास्वामी की जाति का उल्लेख किया था। यहां जारी एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि प्रश्रपत्र में पेरियार की जाति का नाम दिया हुआ था। उन्होंने संदेह प्रकट करते हुए कहा कि पता नहीं जिस व्यक्ति ने प्रश्रपत्र बनाया था या जिसने जांच करके उसे जारी किया था उसे तमिलनाडु के बारे में पता है या नहीं। उन्होंने कहा कि पेरियार को ईवीआर कहा जाता था जिसका मतलब होता है ईरोड वेंकटप्पा रामास्वामी। उन्होंने आगे कहा कि पेरियार किसी आदमी के नाम के साथ उसकी जाति जोडऩे के खिलाफ थे। 1928 में उन्होंने अपने नाम से जाति का नाम हटा दिया था।