जिले भर में सावन माह के दूसरे सोमवार को मंदिरों और शिवालयों में भक्तों की भीड़ देखी गई। शहर के हरणी महोदेव में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और लोगो ने शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक व जलाभिषेक कर शिव भोले के जयकारें लगाए।
इसी तरह सुभाष नगर स्थित शिव मंदिर में शिव सेवा समिति की ओर से सहस्त्राधारा अभिषेक और छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। समिति के अध्यक्ष अनिल जैन ने बताया कि 5 हजार लीटर जल व दूध से शिव जी का अभिषेक किया जो सुबह 9 बजे शुरू हुआ और 1 बजे तक चला।
जिला कलेक्ट्रेट के सामने मुखर्जी उद्यान स्थित नंदकेश्वर महादेव मंदिर में दुग्धाभिषेक किया गया। मन्त्रोचार के साथ पूजा अर्चना की गई और शिवलिंग पर आकर्षक झांकी सजाई जिसे देख श्रद्धालु उत्साहित हुए। देवस्थान विभाग एवं राजस्थान संस्कृति अकादमी ने सावन माह के दूसरे सोमवार को दोपहर देवरिया बालाजी मन्दिर में रूद्राभिषेक शुरू हुआ।
नगर विकास न्यास अध्यक्ष गोपाललाल खंडेलवाल ने पूजन-अनुष्ठान संपन्न कराया। देश में अमन चैन और शांति की मनोकामना को लेकर किया गया। कार्यक्रम प्रभारी रवीन्द्र जाजू ने बताया कि दोपहर बाद भगवान शंकर का सहस्त्राभिषेक किया गया।
रायला आकोला सावन मास में दूसरे सोमवार को शिवालयों में दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। रायला क्षेत्र के घेवरिया महादेव, पिपलेश्वर महादेव, सिद्धेश्वर महादेव, झांतल महादेव आदि मं श्रावण सोमवार को व शिव भक्तों का जनसैलाब उमड़ा। शिव भक्त भोले के जल अभिषेक, दूध अभिषेक के साथ बिल्व पत्रों व धतूरा से शिव की प्रतिमा श्रंगार करते हुए भोले से कामना कर रहे हैं।
घेवरिया में सोमवार रात्रि को भजन संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है। आकोला क्षेत्र में मंहत राम स्नेही दास ने बताया कि बनास नदी किनारे स्थित शिव मंदिर पर श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के विशेष अभिषेक व पूजा अर्चना की तथा आकर्षित श्रृंगार किया।