script35 साल पहले अंतरिक्ष में जाने वाली पहली ‘मदर एस्ट्रोनॉट’ थीं एना | She was pregnant when NASA offered to send her to space | Patrika News

35 साल पहले अंतरिक्ष में जाने वाली पहली ‘मदर एस्ट्रोनॉट’ थीं एना

locationजयपुरPublished: Nov 12, 2019 05:13:49 pm

Submitted by:

Mohmad Imran

कार्यस्थल पर भेदभाव और महिलाओं के प्रति संकुचित नजरिए ने बनाया प्रेरक किरदार, एना के बहादुरी भरे निर्णय ने उन्हें अंतरिक्ष में जाने वाली दुनिया की पहली मां का दर्जा दिलाया। मिशन पर जाने के लिए चुने जाने के कुछ हफ्ते बाद ही एना ने बेटी क्रिस्टीन को जन्म दिया। तब से वे कामकाजी मांओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गईं। वे जल्द ही इस उपलब्धि की 35वीं वर्षगांठ मनाएंगी।

35 साल पहले अंतरिक्ष में जाने वाली पहली 'मदर एस्ट्रोनॉट' थीं एना

35 साल पहले अंतरिक्ष में जाने वाली पहली ‘मदर एस्ट्रोनॉट’ थीं एना

अमरीका की पहली ‘मदर एस्ट्रोनॉट’ एना ली फिशर को मिशन के लिए 1978 में चुना गया था। लेकिन पांच साल तक उन्हें अंतरिक्ष में नहीं भेजा गया। 1983 में जब उन्हें पांच अन्य महिलाओं के साथ आखिरकार इस मिशन पर भेजने की बारी आई उस वक्त वे साढ़े आठ महीने की गर्भवती थीं। बेटी क्रिस्टीन को जन्म देने के तीन बाद ही वे मिशन पर जाने वाली टीम के साथ प्रशिक्षण सत्र में मौजूद थीं। उनकी इस जीवटता पर उनके अधिकारी और साथी भी हैरान थे। तब से वे सभी की प्रेरणास्रोत हैं।
35 साल पहले अंतरिक्ष में जाने वाली पहली 'मदर एस्ट्रोनॉट' थीं एना
मां से मजबूत कोई नहीं होता
ऐना बताती हैं कि दरअसल वे अपने पुरुष सहकर्मियों और अधिकारियों को यह संदेश देना चाहती थीं कि मिशन पर न जाने से बचने के लिए वे महिलाओं की तरह बहाने नहीं बनाने वाली। तमाम परेशानियों के बावजूद वे भी पुरुष सहकर्मियों की तरह काम कर सकती हैं। महिला होने का बहाना आड़े नहीं आएगा। एना कहती हैं कि मैं दिखाना चाहती थी कि एक मां कितनी शक्तिशाली होती है।
35 साल पहले अंतरिक्ष में जाने वाली पहली 'मदर एस्ट्रोनॉट' थीं एना
भेदभाव के बावजूद कभी नहीं मांगी काम में मदद
वेबताती हैं कि काम के दौरान उन्हें पुरुष सहकर्मियों और अधिकारियों से कई बार महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण रवैये और संकीर्ण मानसिकता का सामना करना पड़ा। महिलाओं की निजता के बारे में नासा के किसी अधिकारी ने नहीं सोचा। ऐना बताती हैं कि चूंकि ज्यादातर मिशन हमेशा पुरुषों को ध्यान में रखकर तैयार किए जाते थे इसलिए महिलाओं की विशेष जरुरतों को महत्त्व ही नहीं दिया गया। लेकिन हम में से किसी ने भी इसकी शिकायत नहीं की और न ही किसी से कोई मदद मांगीं।
35 साल पहले अंतरिक्ष में जाने वाली पहली 'मदर एस्ट्रोनॉट' थीं एना
पुरुष वर्चस्व को चुनौती
अंतरिक्ष मिशन के लिए चुने गए 35 यात्रियों में कुल छह महिलाएं थीं। इन सभी ने अपने पुरुष सहयोगियों से उन्हें बराबरी का दर्जा देने की आशा की। एना ने पूरे प्रशिक्षण सत्र के दौरान पुरुष सहकर्मियों जैसी ही पोशाक पहनीं। कभी कार्यस्थल पर मेकअप नहीं किया। 14 महीने के प्रशिक्षण सत्र के दौरान उन्होंने मां और अंतरिक्ष यात्री दोनों की भूमिकाओं का बखूबी निर्वाह किया लेकिन काम से समझौता नहीं किया।
35 साल पहले अंतरिक्ष में जाने वाली पहली 'मदर एस्ट्रोनॉट' थीं एना
एक सप्ताह अंतरिक्ष में
मिशन के दौरान वे करीब 7 दिन 23 घंटे अंतरिक्ष में रहीं। लौटने के एक महीने बाद ही उन्हें एक और मिशन की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके बाद उन्होंने बेटी की परवरिश के लिए सात साल की छुट्टी ले ली।1996 में उन्होंने नासा के अंतरिक्ष स्टेशन शाखा प्रमुख के रूप में वापसी की और एजेंसी के इतिहास में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले अंतरिक्ष यात्रियों में से एक बन गई।
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