चीता प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीका से लाए जाने के बाद चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के पूरे 750 वर्ग किलोमीटर के खुले जंगल में छोडऩे से पहले 5 वर्ग किलोमीटर में बनाए गए विशेष बाड़े में रखा जाएगा। यही वजह है कि बाड़े में अफ्रीकी चीतों की सुरक्षा, दूसरे वन्यजीवों के मूवमेंट और अन्य संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वायरलेस-आइपी(इंटरनेट प्रोटोकॉल) पीटीजेड(पेन-टिल्ट-जूम) कैमरा मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। इस सिस्टम के तहत बाड़े के चारों ओर चार मुख्य पाइंट निर्धारित किए गए हैं, जहां वॉच टावर पर विशेष प्रकार के चार सीसीटीवी कैमरे इंस्टाल किए गए हैं, जो 24 घंटे चालू रहेंगे। इसका कंट्रोल रूम पालपुर स्थित रेस्टहाउस में रहेगा।
360 डिग्री कोण पर ऑटोमेटिक घूमेगा कैमरा
बाड़े में लगाए जा रहे ये कैमरे हाइडेफिनेशन क्वालिटी के हैं, जो 360 डिग्री कोण में ऑटोमेटिक घूमेंगे। इनकी रैंज 2 किलोमीटर तक की है, जिससे 2 किमी दूर तक की इंसानी और वन्यजीव की गतिविधि पर फोकस फोटो कैप्चर हो जाएगी। यही नहीं रात के घनघोर अंधेरे में भी ये कैमरा काम करेगा और जिस अंधेर में आम इंसान थोड़ी दूर तक भी कुछ नहीं देख पाता, वहां ये कैमरा 800 मीटर तक की रैंज में स्पष्ट ब्लैक एंड व्हाइट फोटो कैप्चर कर लेगा। जिसमें संबंधित इंसान या वन्यजीव की पहचान हो जाएगी।
बाड़े में लगाए जा रहे ये कैमरे हाइडेफिनेशन क्वालिटी के हैं, जो 360 डिग्री कोण में ऑटोमेटिक घूमेंगे। इनकी रैंज 2 किलोमीटर तक की है, जिससे 2 किमी दूर तक की इंसानी और वन्यजीव की गतिविधि पर फोकस फोटो कैप्चर हो जाएगी। यही नहीं रात के घनघोर अंधेरे में भी ये कैमरा काम करेगा और जिस अंधेर में आम इंसान थोड़ी दूर तक भी कुछ नहीं देख पाता, वहां ये कैमरा 800 मीटर तक की रैंज में स्पष्ट ब्लैक एंड व्हाइट फोटो कैप्चर कर लेगा। जिसमें संबंधित इंसान या वन्यजीव की पहचान हो जाएगी।
ड्रोन से भी रहेगी निगरानी
चीतों के विशेष बाड़े पर सीसीटीवी कैमरे के स्पेशल सिस्टम के मॉनिटरिंग किए जाने के साथ ही ड्रोन कैमरों से भी निगरानी होगी। इसके लिए कूनो पार्क प्रबंधन को दो ड्रोन कैमरे मिल गए हैं। 100 मीटर तक की ऊंचाई में उड़ सकने वाले इस ड्रोन कैमरे से भी 2 किलोमीटर की दूरी तक की रैंज में स्पष्ट फोटो और वीडियो कैप्चर किए जा सकेंगे।
चीतों के विशेष बाड़े पर सीसीटीवी कैमरे के स्पेशल सिस्टम के मॉनिटरिंग किए जाने के साथ ही ड्रोन कैमरों से भी निगरानी होगी। इसके लिए कूनो पार्क प्रबंधन को दो ड्रोन कैमरे मिल गए हैं। 100 मीटर तक की ऊंचाई में उड़ सकने वाले इस ड्रोन कैमरे से भी 2 किलोमीटर की दूरी तक की रैंज में स्पष्ट फोटो और वीडियो कैप्चर किए जा सकेंगे।
अफ्रीकी चीतों के लिए बनाए विशेष बाड़े में मॉनिटरिंग के लिए वायरलेस आइपी पीटीजेड कैमरा मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। जिसमें हाइडेफिनेशन कैमरे लगाए गए हैं, जो रात के अंधेरे में भी काम करेंगे।
पीके वर्मा
डीएफओ, कूनो राष्ट्रीय उद्यान श्योपुर
पीके वर्मा
डीएफओ, कूनो राष्ट्रीय उद्यान श्योपुर