मुंबई

कांग्रेस में बढ़ा असंतोष, निशाने पर चव्हाण

महाराष्ट्र: नेताओं-कार्यकर्ताओं का झगड़ा निपटाने की कवायद, परेशानी में दिल्ली से आए नेता

मुंबईApr 01, 2019 / 08:24 pm

Nitin Bhal

महाराष्ट्र: नेताओं-कार्यकर्ताओं का झगड़ा निपटाने की कवायद, परेशानी में दिल्ली से आए नेता

रोहित के तिवारी
मुंबई. लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में जहां सत्ताधारी दल का प्रचार अभियान शुरू हो गया है, वहीं कांग्रेस में तू-तू, मैं-मैं का खेल जारी है। नेताओं-कार्यकर्ताओं का झगड़ा निपटाने के लिए दिल्ली से आए पार्टी के वरिष्ठ नेता पसीना बहा रहे हैं, मगर नतीजा ढाक के तीन पात जैसा ही है। दिल्ली से आए नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण से भी नाराजगी जताई है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर अहम चुनावी जिम्मेदारी है, जिसे छोड़ वे आपसी विवाद के समाधान में लगे हैं। उल्लेखनीय है कि भिवंडी सहित कई सीटों पर घोषित कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ नाराजगी है। कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय नेता ऐसे प्रत्याशियों को बदलने की मांग कर रहे हैं। मामला इतना तूल पकड़ चुका है कि झगड़ा सुलझाने के लिए कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल और चुनाव निरीक्षक मधुसूदन मिस्त्री को मुंबई आना पड़ गया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खडग़े भी असंतुष्ट पार्टी नेताओं को मनाने की कोशिश में लगे हैं।
गाडगिल भी हैं परेशान

चंद्रपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस ने बालू धानोरकर को टिकट दिया है, जो कि शिवसेना से आए हैं। इससे स्थानीय नेताओं में नाराजगी बढ़ गई है। सांगली की सीट कांग्रेस ने स्वाभिमान पार्टी के लिए छोड़ी है, जिस कारण वसंत दादा पाटील परिवार नाराज हो गया है। अनंत गाडगिल भी नाराज हैं, क्योंकि कांग्रेस को कोसने वाले प्रवीण गायकवाड़ को पार्टी में शामिल कर लिया गया है।
कई जगहों पर विरोध

पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देश के बेटे अमित देशमुख की जगह पर लातूर में मच्छिंद्रचंद्र कामत को प्रत्याशी बनाया गया है। इससे देशमुख नाराज हैं। अहमदनगर लोकसभा सीट पर विखे पाटील की राय पार्टी के विपरीत है। विधान सभा में विपक्ष के नेता पाटील यहां पर अपने बेटे के साथ खड़े हैं। अब्दुल सत्तार औरंगाबाद लोकसभा सीट को लेकर नाराज हैं।
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