शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि बेनाम यूजर सबसे अधिक महिलाओं की प्रोफाइल चेक करते हैं।
महिलाएं नहीं लेतीं ऑनलाइन डेटिंग में पहला कदम
अमरीका की मैकगिल यूनिवर्सिटी में भारतीय मूल की शोधकर्ता जूई रामाप्रसाद ने अहपने शोध में पाया कि महिलाएं ऑनलाइन डेटिंग में पहला कदम उठाने में संकोच करती हैं। वे ऐसे संभावित साथी को अपनी ओर से व्यक्तिगत संदेश भेजनाभी पसंद नहीं करतीं। इस तरह की डेटिंग से बचने के लिए वे अक्सर इतने बुझे स्वर में जवाब देती हैं कि पुरुषों को अंदाजा हो जाता है कि वे ऐसे संबंध में नहीं बंधना चाहतीं। विश्वविद्यालय के इन्फॉर्मेशन सिस्टम विभाग में सहायक प्रोफेसर जूई ने बताया कि शोध में सामने आया कि महिलाएं संभावित साथी की प्रोफाइल और रिलेशनशिप स्टेटस को जांचने के बाद ही आगे कदम बढ़ाती हैं। जबकि ऑफलाइन मिलने पर महिलाएं अपनी शारीरिक मुद्रा और भाव-भंगिमा से पुरुषों के प्रति अपनी रुचि जाहिर कर देती हैं। चूंकि ऑनलाइन डेटिंग में अस्पष्टता बहुत कम होती है इसलिए भी महिलाएं पहला कदम उठाने से बचती हैं।
शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि बेनाम यूजर सबसे अधिक महिलाओं की प्रोफाइल चेक करते हैं। ऐसे ही 14 फीसदी बेनाम महिला ब्राउजर्स भी अपने लिए कोई संभावित मैच नहीं ढूंढ पातीं। मिनेसोटा विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर और शोध के सह-लेखक अख्मेड उमिरोव का कहना है कि पुरुष शुरुआत करने के लिए महिलाओं की तुलना में चार बार संदेश भेजने की पहल करते हैं। जूई और अख्मेड ने अपनी टीम के साथ एक प्रीमियम ऑनलाइन ब्राउजिंग सर्विस (मैच मेकर की तरह) 50 हजार सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं पर शोध किया था जिन्हें ब्राउजिंग सर्विस कंपनी की ओर से एक महीने के लिए निशुल्क सदस्यता दी गई थी। साथ ही वे दूसरे सदस्य की प्रोफाइल भी देख सकते थे और उनके बारे में किसी को पता भी नहीं चलता कि उन्होंने अन्य सदस्य की प्रोफाइल जांची हैं।