ये नाटक होंगे खास फेस्ट के तहत जेकेके के कृष्णायन सभागार में 16 दिसंबर को दोपहर 12 बजे स्वाति वशिष्ठ निर्देशित नाटक ‘जयपुर 1854’ का मंचन किया जाएगा। इस नाटक में जयपुर की गलियों में तीन सौ सालों से संरक्षित गोचर और अगोचर इतिहास को दिखाया जाएगा। इस कड़ी में 18 दिसंबर को दोपहर 12 बजे कृष्णायन में ‘द अनअक्सेप्टेेड मैन’ का मंचन किया जाएगा। पद्मा दामोदरन निर्देशित इस नाटक की विषय वस्तु परिपक्व रोमांस है। सादिया सिद्दीकी द्वारा प्रस्तुत इस नाटक में एक स्त्री पुरूष के मध्य रात के समय एक ट्रेन के डिब्बे में हुए वार्तालाप को जीवंत किया जाएगा। 17 दिसंबर को केवल कार्तिक निर्देशित नाटक ‘ए मूमेंट ऑफ साइलेंस’ का मंचन किया जाएगा। ये इंस्टॉलेशन आर्ट और थिएटर का संगम है।
जयपुर का भी नाटक
जयपुर का भी नाटक
19 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे कृष्णायन में जयपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी दिनेश प्रधान और अनिता प्रधान अभिनीत नाटक ‘टाइपिस्ट’ का मंचन किया जाएगा। 21 को रंगायन में शाम 4 बजे से मकरंद देशपांडे निर्देशित एवं अभिनीत नाटक ‘पत्नी’ का मंचन किया जाएगा। नाटक में शास्त्रीय और फ्यूजन संगीतकार नीलाद्री कुमार की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। मकरंद इसमें मोनोलॉग के माध्यम से दर्शकों को अपनी मृत पत्नी का परिचय कराते हैं, जिसमें विभिन्न परिस्थितियों में उनकी सहायता नीलाद्री अपने संगीत से करते हैं। 22 दिसंबर को राजकुमार रजक के निर्देशन में कृष्णायन में शाम 4 बजे नाटक ‘निरंतर एकलव्य’ का मंचन होगा।