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रुक-रुक कर होती रही बारिश, किसानों को उड़द व सोयाबीन की फसल खराब होने की सताने लगी चिंता

मौसम में घुली ठंडक, नदी-नालों का बढ़ा जल स्तर

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शहडोल. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद जिले मेंं सोमवार की सुबह से रुक-रुक कर बारिश को दौर जारी रहा, जिसका असर आम जनजीवन पर भी पड़ा है। दोपहर करीब 1.30 बजे तेज बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई। मौसम में ठंडक घुलने से लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत की संास ली। कई स्थानोंं में जलभराव से लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा। बीते महीने हुई बारिश के बाद भी नगरपालिका जलभराव से निपटने के लिए ठोस प्रबंधन नहीं कर सकी, जिससे नगर के अंबेडकर चौक से पांडव नगर मार्ग में जलभराव की स्थिति निर्मित हुई। इसी तरह गांधी चौक, इंदिरा चौक, मॉडल रोड सहित अन्य इलाके में भी पानी के भराव से लोग परेशान हुए। भू-अभिलेख के अनुसार सोमवार को जिले में 26.7 मिमी. औसत वर्षा व 187 मिमी. कुल वर्षा दर्ज की गई है। जिले के जैतपुर क्षेत्र में सबसे अधिक 45 मिमी. व जयसिंहनगर में सबसे कम 7 मिमी. वर्ष दर्ज की गई। पहाड़ी क्षेत्र में हुई तेज बारिश से नदी नाले का जल स्तर बढ़
गया है।

कुछ फसलों को हो सकता है नुकसान
सोमवार को हुई बारिश से खरीफ की कुछ फसलों को लाभ होगा तो कुछ को नुकसान होने की चिंता किसानों को सताने लगी है। किसानों के बताए अनुसार बीते माह हुई बारिश खेती के लिए वरदान साबित हुई थी, लेकिन अब होने वाली बारिश से फसल को नुकसान हो सकता है। इसका सबसे अधिक उड़द व सोयाबीन की फसल पर असर पड़ेगा।
उडऩ की फसल खेतो में तैयार हो चुकी है। जिससे 10-15 दिनों में किसान व्यवस्ति करना शुरू कर देंगे। बारिश से सडऩ पौधों में सडऩ पैदा होने लगेगी। इसी तरह सोयाबिन की फसल में फूल व फल आ चुके हैं, जिसपर असर पड़ेगा। गत वर्ष की तुलना में इस बार उड़द व सोयाबीन का रकवा किसानों ने बढ़ाया है। उड़द की खेती 10.06 हजार हेक्टेयर व सोयाबीन 11.11 हजार हेक्टेयर में की गई है।