अनूप त्रिवेदी रंगमंच और फिल्म के सुपरिचित नाम हैं। वे लेखन के क्षेत्र में भी सक्रिय हुए हैं। उन्होंने उर्दू के
प्रसिद्ध कथाकार कृशन चन्दर के उपन्यास ‘एक गधे की आत्मकथा’ का नाट्य
रूपांतर किया है तो मंटो के जीवन और लेखन पर आधारित ‘दफा 302’ प्रकाशन की
प्रक्रिया में है। इन दिनों अपने गुरु हबीब तनवीर पर संस्मरण लिख रहे हैं।
पल्लव ने की उनसे ये बातचीत…
•Jul 27, 2017 / 12:36 pm•
Mazkoor