सागर

सीबीएसई परीक्षाः फिजिक्स के पेपर में इन सवालों ने परीक्षार्थियों को उलझाया

परीक्षा खत्म होने के बाद सबसे बड़ा सवाल होता है- पेपर कैसा आया था? छात्रों ने बताया कि कुछ सवालों में कठिनाई हुई।

सागरMar 08, 2018 / 03:52 pm

गुलशन पटेल

These questions in the paper of Physics covered the examiners

सागर. सीबीएसई बोर्ड के 12वीं की परीक्षा 5 मार्च से शुरू हो चुकी है। बुधवार को फिजिक्स का पेपर हुआ। परीक्षा खत्म होने के बाद सबसे बड़ा सवाल होता है- पेपर कैसा आया था? छात्रों ने बताया कि कुछ सवालों में कठिनाई हुई। फिजिक्स के पेपर में एक दिन की छुट्टी मिली और पेपर में प्रैक्टिकल के सवाल ज्यादा आए। तकनीकी सवालों की वजह से ज्यादा परेशानी हुई। केंद्रीय स्कूल (क्रं१), कान्वेंट स्कूल और दीपक मेमोरियल स्कूल में ७०० परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।
शिक्षक सौरभ राय ने बताया कि कम समय में पेपर ज्यादा बड़ा रहा। इसलिए विद्यार्थी सभी सवालों को हल नहीं कर पाए। इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पैक्ट्रम का वर्णन करने के सवाल पर ज्यादा उलझे। जो प्रैक्टिकल कर सकते थे उनके लिए ही पेपर आसान रहा। छात्रा प्रिंसी लोधी ने बताया सवाल ट्रिक के आधार पर ही हल हो रहे थे। इसलिए समय ज्यादा लगा।
यहां ७६ परीक्षार्थी शामिल हुए
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षा में बुधवार को कक्षा १२वीं की विशिष्टि भाषा का पेपर हुआ। जिले के कुछ ७६ विद्यार्थी परीक्षा में मौजूद रहे। चार केंद्रों पर परीक्षा संचालित हुई। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नियुक्त दलों ने मोतीलाल नेहरू उच्चतर माध्यमिक स्कूल, जैन उच्चतर माध्यमिक स्कूल, पं. रविशंकर शुक्ल स्कूल और शासकीय स्कूल पुरानी सदर का निरीक्षण किया।

…इधर विद्यार्थियों का कैंपस सिलेक्शन
सागर. डॉ. हरिसिंह गौर विवि के बिजनेस मैनेजमेंट विभाग से ११ विद्यार्थियों का कैंपस सिलेक्शन किया गया। एचडीएफसी बैंक जबलपुर के ब्रांच मैनेजर सचिन श्रीवास्तव ने इंटरव्यू लिए। तीन लाख रुपए के पैकेज के लिए एमबीए के चर्तुथ सेमेस्टर के २१ विद्यार्थियों ने ऑनलाइन टेस्ट दिया।

विभाग का जायजा लिया
सागर. डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो. आरपी तिवारी ने बुधवार को समाज शास्त्र एवं समाज कार्य विभाग का निरीक्षण करके जायजा लिया। उन्होंने विभाग के शिक्षक-कर्मचारियों सेे चर्चा की। उन्होंने कहा कि सामाजिक विकास एवं राष्ट्र निर्माण में समाज शास्त्र विषय की महत्वपूर्ण भूमिका है। मानविकी एवं समाज विज्ञान अध्ययनशाला के अधिष्ठाता प्रो. एपी दुबे ने शोधार्थियों के लिए प्रतियोगिता एवं शोधपत्र प्रकाशन संबंधी योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो.दिवाकर सिंह राजपूत एवं ऐसोसिएट प्रो. डॉ. कालीनाथ झा ने भी अपने-अपने सुझाव दिए।

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