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Tourism: शांति और सुकून की तलाश पूरा करेंगी ये खूबसूरत जगह..जानिए

Published: Sep 21, 2021 09:44:13 pm

Submitted by:

manohar soni

इको पर्यटन बोर्ड ने सौंदर्यीकरण और सुविधाओं के लिए किया तीन करोड़ का प्रस्ताव

Tourism:  शांति और सुकून की तलाश पूरा करेंगी ये खूबसूरत जगह..जानिए

Tourism: शांति और सुकून की तलाश पूरा करेंगी ये खूबसूरत जगह..जानिए

छिंदवाड़ा. शहरी शोर शराबा से दूर शांति और सुकू न की तलाश देलाखारी की पहाडिय़ां, वाटरफाल और ग्रामीण जनजीवन पूरा करेगा। इको पर्यटन बोर्ड ने पर्यटकों को आसपास गांवों में ठहरने, गाइड, पार्किंग और भोजन की सुविधाएं देने के लिए तीन करोड़ रुपए का प्रस्ताव किया है। इसके लिए ग्रामीण पर्यटन समितियां भी बनाई जाएंगी।
पिछले दो दशक से तामिया के नजदीक देलाखारी नया पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित हो रहा है। देलाखारी से 15 किमी दूर झिंगरिया वाटरफाल और आसपास घना जंगल है तो वहीं देलाखारी से सीताडोंगरी ग्राम की दूरी लगभग 6 किमी है, जहां बंधान देनवा नदी के दर्शन होते हैं। मार्ग के दोनों ओर साल वन लगा हुआ है । रात्रि में नाइट सफारी के दौरान दोनों ओर लगे हुए साल वन को देखकर अदभुत एहसास होता है । इस मार्ग पर रात्रि में भालू, तेंदुआ आदि जंगली जानवर दिखाई देते हैं। देनवा नदी पर स्थित दहेलिया एक अत्यत सुन्दर पर्यटन स्थल है । इस स्थान पर देनवा नदी एवं ऊंची-ऊंची पहाडिय़ां भी प्राकृतिक एहसास करवाती है । प्राकृतिक स्थलों के अलावा देलाखारी से सटे ग्राम खारी, खैरीढाना, उमरिया, चोपना, बंधान, कपूरनाला का ग्रामीण जनजीवन, मक्का, कोदो कुटकी, मावा समेत देशी व्यंजन देशाटन कराते हैं।
इस पर्यटन सर्किट के लिए पर्यटन प्रमोटर और पातालकोट रसोई से देशी व्यंजन का स्वाद दिलाने वाले पवन श्रीवास्तव दो दशक से प्रयासरत है। उन्होंने इको पर्यटन बोर्ड के इस प्रस्ताव को उत्साहवर्धक बताया। साथ ही कहा कि यह स्थानीय आबादी के लिए तभी लाभप्रद होगा,जब पर्यटन बोर्ड बाहरी एजेंसियों को न बुलाकर वनवासियों से ही रहवास, भोजन समेत अन्य इंतजाम कराएगा। इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

वन विभाग ने भी देलाखारी का भेजा प्रस्ताव
वन विभाग द्वारा देलाखारी समेत आसपास के इलाकों में इको पर्यटन सुविधाएं विकसित करने के लिए एक प्रस्ताव इको पर्यटन बोर्ड को भेजा गया है। संभवत: इस पर ही तीन करोड़ रुपए का प्रस्ताव मंजूर होना माना जा रहा है। हालांकि सीसीएफ केके भारद्वाज का कहना है कि अभी इको पर्यटन बोर्ड से कोई अधिकारिक जानकारी नहीं आई है। इसका उन्हें इंतजार हैं। पर्यटकों को सुविधाएं मिल जाए तो यह उत्साहवर्धक कदम होगा।

पर्यटन बोर्ड के अधिकारियों ने किया निरीक्षण
देलाखारी समेत आसपास के क्षेत्र में पर्यटकों को चाय, नाश्ता, भोजन, रात्रि विश्राम, गाइड एवं पार्किंग की सुविधाएं टटोलने तथा स्थानीय लोगों की भागीदारी के प्लान पर हाल ही में बोर्ड के अधिकारियों ने दौरा किया था और सुविधाएं देने की संभावनाओं को देखा था। इसके आधार पर ही यह योजना बनाई गई है। इस पर बोर्ड किसे एजेंसी बनाता है, यह अभी तय नहीं हुआ है।

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