– व्यापारियों ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा
– करोड़ों का कारोबार प्रभावित
JEERA MANDI—व्यापारियों ने जीरा मंडी रखी बंद, सरकार के अध्यादेश का किया विरोध
जोधपुर। जीरा मंडी व्यापारियों ने शुकवार को जीरा मंडी बंद रख केन्द्र सरकार की ‘मंडी परिसर में विक्रय पर टेक्स, मंडी परिसर से बाहर विक्रय पर टेक्स नहीं’ दोहरी नीति का विरोध किया। जीरा मंडी व्यापार संघ अध्यक्ष पुरुषोत्तम मूंदड़ा ने बताया कि केन्द्र सरकार के अध्यादेश के अनुसार मण्डी के बाहर कृषि जिंसों का व्यापार करने पर मण्डी टेक्स, मंडी सेस या अन्य किसी प्रकार के सेस या कर की वसूली नहीं की जाएगी। जबकि इसी अध्यादेश के अनुसार मंडी में कृषि जिंसों का व्यापार करने वाले व्यापारी को मंडी सेस, मंडी शुल्क, कृषक कल्याण फीस, विकास शुल्क व अन्य सभी प्रकार के निर्धारित किए गए कर या शुल्कों का राज्य सरकार को भुगतान करना होगा। सरकार की यह नीति व्यापार के लिए उचित नहीं है। मूंदड़ा ने बताया कि मंडी परिसर से बाहर कृषि जिंसों का व्यापार करने पर किसान को उसकी उपज का सही मूल्य प्राप्त नहीं होगा। किसान बड़ी कंपनियों व किसान के नाम से व्यापार करने वाले लोगों से ठगा जाएगा। इससे जीएसटी चोरी होगी व सरकार को राजस्व हानि होगी। वहीं इससे मंडी परिसर में व्यापार करने वाले व्यापारियों का व्यापार खत्म हो जाएगा
— प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा मूंदड़ा ने बताया कि व्यापारियों ने जीरा मंडी के गेट पर नारेबाजी की व सरकार के अध्यादेश का विरोध किया। बाद में, सभी व्यापारियों ने मेल के माध्यम से प्रधानमंत्री, कृषि मंत्री व जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन भेजा। शुक्रवार को जीरा मंडी बंद रहने से व्यापार कार्य बंद रहा व करोड़ों रुपयों का कारोबार प्रभावित हुआ।