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महिलाएं स्वयं की शक्तियों को पहचानें और कमजोरियों का सामना करें – डॉ. पचार

locationउदयपुरPublished: Mar 08, 2021 07:02:24 pm

Submitted by:

Pankaj

पहली बार पुलिस मित्र, सीएलजी, शांति समिति और संस्थाओं की संयुक्त बैठक

महिलाएं स्वयं की शक्तियों को पहचानें और कमजोरियों का सामना करें - डॉ. पचार

महिलाएं स्वयं की शक्तियों को पहचानें और कमजोरियों का सामना करें – डॉ. पचार

पंकज वैष्णव/उदयपुर. उदयपुर जिला पुलिस ने अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस पर जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार के निर्देशन में नवाचार स्वरूप महिला उत्थान के लिए कार्यरत विभागों तथा स्वयं सेवी संस्थाओं के लिए साझा मंच तैयार करते हुए गोष्ठी का आयोजन किया। पुलिस अधीक्षक डॉ. पचार ने महिला अधिकारियों तथा प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए महिला अधिकारों तथा वर्तमान समय में महिलाओं से संबंधित मुख्य समस्याओं के बारे में जानकारी दी। कहा कि महिलाओं को स्वयं को कमजोर नहीं मानना चाहिए। उन्हें अपने भीतर की शक्तियों को पहचानते हुए सामने आने वाली समस्याओं का सामना करना चाहिए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उदयपुर पुलिस महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए सदैव प्रयासरत है और आप सभी के सम्मिलित प्रयासों से हम उदयपुर जिले को महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित स्थान बनाने में सफल होंगे।
समस्याओं को बेझिझक बताएं
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह गोष्ठी महिला सम्मान और समानता के लिए केवल प्रतीकात्मक है, महिलाओं का सम्मान और आदर जीवनपर्यन्त किया जाना चाहिए। उन्होंने महिलाओं द्वारा किए जाने वाले विभिन्न प्रयासों का उदाहरण देते हुए उपस्थित प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर निकटवर्ती पुलिस थाने या कन्ट्रोल रूम पर बेझिझक बताएं, अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही पुलिस द्वारा की जाएगी। उपस्थित महिला अधिकारियों को तथा स्वयं सेवी संस्थाओं को अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक जागरूकता के प्रयासों हेतु मार्गदर्शन दिया।
महिलाओं को मिली कानूनी जानकारी
गोष्ठी में अतिरिक्त जिला एवं सेशन न्यायाधीश महेन्द्र दवे ने बताया कि वैसे तो महिलाएं पूर्व से ही सशक्त और विभिन्न क्षमताओं से पूर्ण होती है साथ ही भारतीय संविधान इन्हें और भी सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होंने भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त सिविल अधिकारों तथा महिलाओं के लिए संविधान में निर्धारित नियमों तथा कानूनों की जानकारी दी।
महिला सशक्तिकरण पर संवाद
जिले की महिला पुलिस अधिकारियों – पुलिस उपाधीक्षक महिला अपराध एवं अनुसंधान प्रकोष्ठ चेतना भाटी, उपाधीक्षक पुलिस प्रेम धणदे तथा पूजा नागर ने महिला जनप्रतिनिधियों तथा प्रतिभागियों से महिला सशक्तिकरण के विषय पर विस्तृत चर्चा की। चेतना भाटी ने बालिका सुरक्षा पर स्व रचित कविता सभी को सुनाई। प्रेम धणदे ने बताया कि सभी महिलाओं में कोई ना कोई क्षमता होती है, आप पुलिस के हाथ और कान है, यदि किसी भी प्रकार की सूचना मिलती है या किसी प्रकार की समस्या है तो पुलिस को अवश्य बताएं।
बाल संरक्षण पर चर्चा
गोष्ठी में यूनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकर सिंधु बिनुजीत द्वारा यूनिसेफ तथा पुलिस विभाग की ओर से संचालित किए जा रहे कम्युनिटी पुलिंसिंग टू बिल्ड अवेेयरनेस एण्ड ट्रस्ट कार्यक्रम के तहत बाल संरक्षण पर जानकारी उपलब्ध कराई तथा गोष्ठी का संचालन किया गया। उन्होंने उपस्थित महिला अधिकारियों तथा प्रतिभागियों से अपने क्षेत्रों में बालिका सुरक्षा पर जागरूकता के प्रयासों के बारे में जानकारी दी।
योजनाओं की जानकारी
विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने महिलाओं के लिए संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी। प्रतिभागियों ने उदयपुर पुलिस द्वारा किए गए इस नवाचार की सराहना करते हुए ऐसी गोष्ठी त्रैमासिक रूप से कराने का सुझाव दिया। पुलिस द्वारा जिला स्तरीय महिला अधिकारियों और स्वयं सेवी संस्थाओं का व्हाट्स एप समूह बनाया गया है जिसमें समय- समय पर जानकारियां साझा की जा सकेगी। गोष्ठी में उदयपुर जिले के विभिन्न विभागों से महिला पदाधिकारी, पुलिस मित्र, सामुदायिक संपर्क समूहों के सदस्या सहित स्वयं सेवी संस्थाओं की महिला प्रतिनिधि उपस्थित थी।
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