यात्रियों को भेजने वाले राज्यों की ओर से उनकी जांच की जाएगी और यात्रा की अनुमति केवल उन्हीं लोगों को दी जाएगी जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं पाया जाएगा। भेजने वाली राज्य सरकारों को इन लोगों को ट्रेन में बिठाने के लिए निर्धारित रेलवे स्टेशन तक सेनिटाइज्ड बसों में बैठाकर सामाजिक दूरी के नियमों और अन्य सावधानियों का पालन करते हुए जत्थों में लाना होगा। प्रत्येक व्यक्ति के लिए फेस कवर लगाना अनिवार्य होगा। भेजने वाले राज्यों की ओर से शुरुआती स्टेशन पर उनके लिए भोजन और पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
रेलवे यात्रियों के सहयोग से सामाजिक दूरी के मानदंडों और स्वच्छता सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा। लंबे मार्गों पर यात्रा के दौरान रास्ते में रेलवे एक भोजन प्रदान करेगा। गंतव्य तक पहुंचने पर, राज्य सरकार की ओर से यात्रियों की अगवानी की जाएगी। वहीं उनकी स्क्रीनिंग, यदि आवश्यक हो क्वारंटीन और रेलवे स्टेशन से आगे की यात्रा जैसे सभी तरह के प्रबंध करेगी। संकट की इस घड़ी में भारतीय रेल के सभी अधिकारी और कर्मचारी साथी भारतवासियों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और सभी का समर्थन और सहयोग चाहते हैं। याद रहे केवल दूरस्थ क्षेत्रों में फंसे लोगों को घर तक पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। नियमित ट्रेन सेवा शुरू किए जाने की अभी कोई योजना नहीं है।