इंफ्रास्ट्रक्चर और शानदार कनेक्टिविटी ने खींचा ध्यान : प्रोपर्टी खरीद का रुझान जानने के लिए नाइट फ्रैंक की ओर से वैश्विक स्तर पर घर या प्राथमिक निवास के मूल्य को छोड़कर लगभग 25 करोड़ से अधिक नेटवर्थ वाले 183 अमीरों का सर्वे किया। धनकुबेरों का यह समूह दुनियाभर में 851 घरों का मालिक है और इनके पास 26 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति है। विशेषज्ञों का मानना है कि दुबई में वल्र्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर, पूरी दुनिया से शानदार कनेक्टिविटी, टैक्स फ्री व्यवस्था, बाजार की पारदर्शिता, रेसिडेंशियल वीजा के विकल्प और सक्रिय सरकारी नीतियों ने यूरोप, पूर्वी एशिया और अमरीकी निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। दुबई और आबू धाबी में पिछले साल से ही प्रोपर्टी का लेन-देन उच्च स्तर पर जारी है।
नए आलीशान घरों पर ज्यादा हो रहा निवेश: पिछले साल 76.5 फीसदी की सालाना वृद्धि के साथ दुबई के प्रोपर्टी मार्केट में 11 लाख करोड़ रुपए के सौदे हुए। जबकि इस साल की तिमाही में ही 80 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3.5 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति बिक चुकी है। अमीरात में संपत्ति खरीदने के इच्छुक अमीरों के लिए डाउनटाउन दुबई और द पाम जुमेराह सबसे पसंदीदा क्षेत्र हैं। ब्रिटेन/ यूरोप और उत्तरी अमरीकी धनाढ्यों की पसंद द पाम जुमेराह और अमीरात हिल्स हैं। जबकि पूर्वी एशियाई से अमीर डाउनटाउन और बिजनेस बे में अधिक निवेश कर रहे हैं। आधे से ज्यादा निवेशक अब ऑफ-प्लान प्रोपर्टीज (भविष्य में पूरी होने वाली) की बजाय हाल में बने नए आलीशान घरों को खरीदना चाहते हैं।
अमीर भारतीयों का नया ठिकाना बनता दुबई: लग्जरी घरों की बिक्री के लिए दुबई 2022 में दुनिया के चौथे सबसे सक्रिय बाजार के रूप में उभरा, जो न्यूयॉर्क, लॉस एंजिलिस और लंदन के ठीक बाद है। इसी बीच स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशक जिनकी कुल संपत्ति 248 करोड़ रुपए या उससे अधिक है, की ओर से प्रोपर्टी की मांग ने दुबई में प्रीमियम घरों की कीमतों को बढ़ा दिया है। पिछले साल यहां रिहायश के लिए प्रोपर्टी खरीदने वालों में प्रमुख खरीदार चीनी, ब्रिटिश और भारतीय क्रमश: थे। दुबई में भारतीयों के आशियाने तेजी से बढ़े हैं। अमीर भारतीय यहां औसतन १६५ करोड़ रुपए तक की रेसिडेंशियल प्रोपर्टी में निवेश करने के इच्छुक हैं।
अपार्टमेंट से लेकर विला तक की खरीद