-दुनिया में करीब 78 करोड़ लोग आज भी शुद्ध पेयजल से वंचित हैं। यह संख्या अमरीका की आबादी से दोगुना से भी अधिक है।
-कम विकसित देशों में स्वास्थ्य सुविधाओं का 22 फीसदी हिस्सा दूषित पानी से होने वाली बीमारियों पर खर्च हो जाता है।
-उप सहारा अफ्रीका में हर वर्ष लड़कियों और महिलाओं के 4 हजार करोड़ घंटे पानी जुटाने में ही खर्च हो जाते हैं।
-40 करोड़ स्कूली दिवस हर वर्ष पानी से संबंधित बीमारियों में बर्बाद हो जाते हैं, इनमें 2.72 करोड़ अकेले डायरिया से बर्बाद होते हैं।
-पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मलेरिया और खसरे से ज्यादा मौतें दूषित जल व गंदगी के कारण होने वाली बीमारियों से होती हैं।
-विकासशील देशों में पानी के कारण बर्बाद हुआ समय महिलाओं के लिए खेती उत्पादन को कम कर देता है। यदि सभी को पानी सुरक्षित मिले तो दुनिया की महिलाएं इस समय का सदुपयोग कर 15 करोड़ भूखें लोगों के लिए खाना मुहैया करव सकती हैं।
-कम विकसित देशों में स्वास्थ्य सुविधाओं का 22 फीसदी हिस्सा दूषित पानी से होने वाली बीमारियों पर खर्च हो जाता है।
-उप सहारा अफ्रीका में हर वर्ष लड़कियों और महिलाओं के 4 हजार करोड़ घंटे पानी जुटाने में ही खर्च हो जाते हैं।
-40 करोड़ स्कूली दिवस हर वर्ष पानी से संबंधित बीमारियों में बर्बाद हो जाते हैं, इनमें 2.72 करोड़ अकेले डायरिया से बर्बाद होते हैं।
-पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मलेरिया और खसरे से ज्यादा मौतें दूषित जल व गंदगी के कारण होने वाली बीमारियों से होती हैं।
-विकासशील देशों में पानी के कारण बर्बाद हुआ समय महिलाओं के लिए खेती उत्पादन को कम कर देता है। यदि सभी को पानी सुरक्षित मिले तो दुनिया की महिलाएं इस समय का सदुपयोग कर 15 करोड़ भूखें लोगों के लिए खाना मुहैया करव सकती हैं।
ऐसे बचाएं जल रूपी अमृत को
1. आवश्यकता से अधिक पानी के उपयोग पर रोक लगाएं।
2. गाड़ी धोने या साफ-सफाई में कम से कम पानी का इस्तेमाल करें।
3. अनावश्यक बहने वाले पानी का रोकिए।
4. नहाने में भी एक बाल्टी से अधिक पानी का इस्तेमाल न करें।
5. कृषि सिंचाई में भी कई बार आवश्यकता से काफी ज्यादा पानी बह जाता है, इसे विवेकपूर्ण ढंग से करें।
6. छत पर रखी टंकी भर जाने का ध्यान रखें, कई बार टंकी भरने के बाद भी पानी बहता रहता है, इसे रोकिए।
1. आवश्यकता से अधिक पानी के उपयोग पर रोक लगाएं।
2. गाड़ी धोने या साफ-सफाई में कम से कम पानी का इस्तेमाल करें।
3. अनावश्यक बहने वाले पानी का रोकिए।
4. नहाने में भी एक बाल्टी से अधिक पानी का इस्तेमाल न करें।
5. कृषि सिंचाई में भी कई बार आवश्यकता से काफी ज्यादा पानी बह जाता है, इसे विवेकपूर्ण ढंग से करें।
6. छत पर रखी टंकी भर जाने का ध्यान रखें, कई बार टंकी भरने के बाद भी पानी बहता रहता है, इसे रोकिए।