क्रिकट के खेल में हर दिन कोई ना कोई रिकॉर्ड बनता और टूटता ही रहता है। पर कुछ ऐसे भी कारनामें होते हैं जिनको तोड़ना शायद मुश्किल ही रहेगा।
हम आपके लिए लाए हैं क्रिकेट के इतिहास से अब तक बने सात वो रिकॉर्ड जो शायद ही टूट पाएंगे।
1-फिल सिमंस-10 ओवर में 3 रनवेस्टइंडीज के फिल सिमंस 23 साल पहले पाकिस्तान के खिलाफ यह
कारनामा किया था जिसके पास अभी तक कोई पहुंच भी नहीं पाया है।
वनडे क्रिकेट में 0.3 की इकॉनोमी के बारे में सोचकर भी आश्चर्य होता है। लेकिन सिमंस ने सिडनी में खेले गए वनडे मैच में 10 ओवर में
8 मेडन रखते हुए सिर्फ 3 रन दिए और 4 विकेट भी झटक लिए।
2-रिकी पोंटिंग की 108 टेस्ट जीतक्रिकेट में हमेशा से ही हर खिलाड़ी का सपना रहा है कि वह अपने देश के लिए टेस्ट मैच जरुर खेले। कुछ खिलाड़ियों का तो यह सपना पूरा होता है पर कुछ बिना टेस्ट मैच खेले ही रिटायर हो जाते हैं।
अॉस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी रिकी पोंटिंग ने ना केवल टेस्ट क्रिकेट में अपना दम दिखाया बल्कि उन्होंने खिलाड़ी रहते हुए 108 टेस्ट जीत देखी हैं।
पोंटिंग की कप्तानी के समय अॉस्ट्रेलिया दुनिया की सबसे खतरनाक टीम थी, जिसमें ब्रेट ली, जेसन गिलस्पी, शेन वॉर्न, और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे बॉलर और मेथ्यु हेडन, जस्टिन लेंगर, माइकल क्लार्क, और एडम गिलक्रिस्ट जैसे बल्लेबाज थे।
3-मुरलीथरन ने लिए कुल 1347 विकेटमुरलीथरन का नाम सामने आते ही अच्छे से अच्छे खिलाड़ी के पसीने छूट जाते थे। कई खिलाड़ियों के लिए तो उनका नाम ही काफी था।
उनकी महानता का अंदाजा आप उनके रिकॉर्ड को देख कर ही लगा सकते हो। मुरली ने वनडे क्रिकेट में 534 और टेस्ट में 800 विकेट लिए। ये रिकॉर्ड तोडना अब शायद ही
मुमकिन हो क्योंकि टेस्ट मैच अब कम होने लगे हैं और साथ ही खिलाडियों की
खेलने की समय अवधि भी कम होने लगी है।
4-सर जैक होब्स के 199 शतक
टेस्ट मैच खेलना और उसमें शतक लगाना हर क्रिकेटर का सपना होता है। टेस्ट मैच में शतक बनाना काफी मुश्किल होता है, पर महान खिलाड़ी जैक होब्स ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 199 शतक बनाए हैं।
वह लंबी-लंबी साझेदारी के लिए भी जाने जाते हैं। उन्होने टेस्ट मैच में 38 बार ओपनिंग भी की है। क्रिकेट में इनके रिकॉर्ड को तोड़ना तो दूर की बात है, अगर कोई खिलाड़ी इनके इस रिकॉर्ड के पास भी पहुंच जाए तो उसके लिए वह बड़ी बात होगी।
5-विल्फ्रेड रोड्स 4204 विकेटआपको जानकर
हैरानी होगी कि इंग्लैंड के इस दिग्गज क्रिकेटर ने 1110 फर्स्ट क्लास मैच
खेले थे और वह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 4 हजार विकेटों का आंकड़ा पार करने
वाले दुनिया के अकेले क्रिकेटर हैं।
पिछले तीस सालों में कोई गेंदबाज टॉप
25 फर्स्ट क्लास बॉलरों की सूची में भी जगह तक नहीं बना पाया तो ये रिकॉर्ड
टूटना तो बहुत दूर की बात है।
6-विलफ़्रेड रोड्स का 52 साल की उम्र में रिटायर होनाक्या 52 साल तक भी कोई खेल सकता है, इसका जवाब है हां। विलफ़्रेड रोड्स अब तक सबसे ज्यादा उम्र में रिटायर होने वाले खिलाड़ियों की सूची में सबसे ऊपर हैं। अगर आपको सचिन का करियर लंबा लगता है, तो रोड्स का करियर उससे भी बड़ा था।
उनका क्रिकेट करियर 30 सालों तक चला। इतनी उम्र तक क्रिकेट खेलना काफी मुश्किल होता है, और 52 साल तक अपनी फिटनेस बनाए रखना भी काफी मुश्किल है।
7-सचिन तेंदुलकर के 100 इंटरनेशनल शतक
रिकॉर्ड की बात हो रही है तो फिर भला क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर इस लिस्ट में ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता।
सचिन ने टेस्ट और वनडे मैचों में 100 शतक लगाए हैं। यह रिकॉर्ड शायद ही आगे टूट सके।
8-जिम लेकर के एक मैच में 19 विकेट
सन 1956 में इंग्लैंड के गेंदबाज जिम लेकर ने ऑस्ट्रेलिया के सभी 10 विकेट अपने नाम किए। वो यहीं नहीं रुके और उन्होने दूसरी पारी में 9 विकेट लिए। एक मैच में 19 विकेट लेना लगभग नामुमकिन है।
9-सर डॉन ब्रेडमैन का टेस्ट में 99.94 का औसत
यह ऐसा रिकॉर्ड है जिसे तोड़ना तो दूर, कोई बल्लेबाज अभी तक इसके आस पास भी नहीं पहुंच पाया है। सर डॉन ब्रेडमैन
ने 52 टेस्ट मैचों में 99.94 के औसत से रन बनाए हैं।
यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जिसके आस-पास आज तक कोई नहीं आ सका है। अगर वो अपने आखिरी मैच में एक चौक्का मार देते तो आज उनका औसत 100 का होता, पर ऐसा नहीं हो सका।
10-युवराज ने बनाये 12 गेंदों पर 50 रन
किसी भी बल्लेबाज के लिए क्रीज पर आते ही शॉट लगाना हमेशा से मुश्किल रहा है पर युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ 12 गेंदों पर 50 रन बना डाले। इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए बल्लेबाज को हर गेंद पर चार रन से भी ज्यादा रन चाहिए।