उन्होंने बताया, ‘खेलों से संबंधित मोबाइल एप्लीकेशन भी तैयार किया जा रहा है, जिसमें खेल मैदानों, अन्य सुविधाओं और प्रशिक्षकों की जानकारी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने यह भी बताया ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खेलो इंडिया अभियान में खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। अच्छा इंजीनियर, अच्छा डॉक्टर और अच्छा नागरिक बनाने के लिए खेल आवश्यक हैं।’ भारत सरकार खेलो इंडिया के विजन पर कार्य कर रही है। देश में पहली बार अंडर-17 की खेल प्रतियोगिताओं का विशाल टूर्नामेंट 31 जनवरी से आठ फरवरी, 2018 तक आयोजित किया जाएगा।’
उन्होंने खिलाडियों को बेहतर सुविधाएं देने का दावा किया और कहा, ‘खिलाड़ियों को समर्थन और संसाधन उपलब्ध कराने के लिए पहले चरण की स्पांसरशिप भी केन्द्र सरकार देगी। हर वर्ष देश भर से एक हजार खिलाड़ियों को पांच लाख रुपये प्रति वर्ष के मान से आठ वर्ष की स्पांसरशिप दी जाएगी।’
उन्होंने बताया, ‘विद्यालयों में आगामी ग्रीष्मावकाश से पूर्व आठ से चौदह वर्ष की उम्र की खेल प्रतिभाओं की खोज का कार्य भी किया जाएगा। उनकी शारीरिक क्षमताओं और दक्षताओं के आधार पर उनको उपयुक्त खेल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी तरह खेल प्रतिभाओं को खोजने वाले प्रशिक्षकों को भी उचित प्रोत्साहन और सम्मान दिए जाने की व्यवस्था भी की जा रही है, ताकि पदक विजेता खिलाड़ी के प्रशिक्षण के लिए निर्धारित प्रोत्साहन राशि का 20 प्रतिशत हिस्सा प्रारंभिक कोच को मिले।’