वहीं पूनम (57 किग्रा) ने अपने इंरनेशनल रिकॉर्ड को जारी रखते हुए उज्बेकिस्तान की सिटोरा टेर्डिबेकोवा को 5-0 से शिकस्त देकर फाइनल में प्रवेश किया। खिताबी मुकाबले में अब उनके सामने फ्रांस की स्टील्नी ग्रॉसी की चुनौती होगी। इसके अलावा विंका (60 किग्रा) ने चेक गणराज्य की वेरोनिका गजदोवा को 4-1 से हराया। गोल्ड मेडल बाउट में अब विंका का मुकाबला कजाकिस्तान की झुलडीज श्याखेतोवा से होगा। राजस्थान की अरुंधति चौधरी (69 किग्रा) ने भी उज्बेकिस्तान की खादीचोबोनू अब्दुल्लाएवा को 5-0 से आसानी से हराते हुए फाइनल में पोलैंड की बरबरा मासिंर्काेव्स्का से भिड़ना का रास्ता साफ किया।
वहीं 75 किलोग्राम मिडिलवेट सेमीफाइनल मुकाबले में, सनमचा चानू को पोलैंड की स्थानीय मुक्केबाज डारिया पारडा के खिलाफ कुछ शुरूआती चुनौती का सामना करना पड़ा। इसके बाद चानू ने अंतिम दो राउंड में जोरदार वापसी की और 4-1 से मुकाबले को अपने पक्ष में कर लिया। चानू अब फाइनल में स्वर्ण पदक के लिए कजाकिस्तान की दाना दीया से भिड़ेंगी। इसके अलावा भारत की अल्फिया पठान (81 किग्रा) को भी पोलैंड की ओलिविया टोबोरेक से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा। हालांकि दूसरे राउंड में अल्फिया ने ऑल-आउट हमला किया और 3-2 से पोलैंड की बॉक्सर को हरा दिया। फाइनल में अब अल्फिया का सामना मोल्दोवा की डारिया कोजोरव से होगा।
पुरुषों के मुकाबले में सचिन (56 किग्रा) फाइनल में पहुंचने वाले एकमात्र भारतीय मुक्केबाज बने। उन्होंने 2018 यूरोपीय जूनियर चौंपियन इटली के मिशेल बाल्डसी को 5-0 से हराया। फाइनल में अब सचिन का सामना कजाखस्तान के यब्बोलबाट साबिर के साथ होगा। तीन अन्य पुरुष मुक्केबाजों विश्वामित्र चोंगथोम (49 किग्रा), अंकित नरवाल (64 किग्रा) और विशाल गुप्ता (91 किग्रा) को सेमीफाइनल मुकाबलों में हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।