सबसे बड़ी बात ये है कि ये लोग भी उसी होटल में रुके हुए थे जहां दोनों टीमों के खिलाड़ी ठहरे हुए थे। ग्रीनपार्क में जब मैच शुरु हुआ तो उसी समय लैंडमार्क होटल पर छापा मारा गया। जहां से नयन शाह और विकास चौहान गिरफ्तार हुए। उनके पास से 4.70 लाख रुपए और लैपटॉप के साथ ही अऩ्य कुछ सामान भी बरामद किया गया।
पूछताछ करने पर इन लोगों ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के स्टाफ रमेश कुमार का नाम भी बताया। उसके बाद पुलिस ने उसे भी अरेस्ट कर लिया। आपको बता दें कि नयन महाराष्ट्र की टीम में अंडर-19 क्रिकेट खेल चुका है। उसने कबूल किया है कि उसके सट्टेबाजों से रिश्ते रहे हैं और वह मैचों के नतीजे प्रभावित करने के लिए पिचों से छेड़छाड़ करवाता था।
नयन शाह ने पुलिस को बताया कि मेरे हिसाब से ही पिच पर पानी डाला जाता था। इसके एवज में उसे 20 हजार रुपये मिलते थे। नयन शाह के मोबाइल से मुंबई के स्टेडियम की पिच की तस्वीरें भी मिलीं हैं। साथ ही उसके फोन में कई बुकीज के नाम और नंबर भी मिले हैं।
4 साल पहले सामने आया था स्पॉट फिक्सिंग का मामला आपको याद होगा कि 2013 के आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आया था। तीन प्लेयर्स एस. श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण पर भी आरोप लगे थे। इन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। इस मामले में कुल 36 आरोपी थे। श्रीसंत और चव्हाण पर बीसीसीआई ने लाइफ बैन लगा दिया था।