डीपीए की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि बाक ने कहा कि खेलों से दो महीने पहले टीकाकरण अनिवार्य नहीं किया जा सकता। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे सभी राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों और ओलंपिक टीमों को टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं और वास्तव में, यह एक अच्छी प्रक्रिया होगी। बता दें कि इस समय कोरोना की दूसरी लहर का कहर चल रहा है। अलग-अलग खेलों से संबंधित कई खिलाड़ी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
ब्ता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक 2020 को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया था। अब ओलंपिक खेलों का आयोजन 23 जुलाई से शुरू होगा। खेलों से पहले अपने जापान दौरे के बारे में पूछे जाने पर बाक ने कहा कि यह अभी भी योजना में है, इसलिए वें इसकी पुष्टि नहीं कर सकते। एक बार व्यवस्था किए जाने के बाद सभी को इस बारे में पता चल जाएगा।
बता दें कि हाल ही ओलंपिक मशाल रिले से जुड़ा कोरोना का यह पहला मामला सामने आया है। आयोजकों ने जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमित पाया गया 30 साल का यह पुलिसकर्मी ट्रैफिक कंट्रोल से जुड़ा था। अधिकारियों का कहना है कि ट्रैफिक कंट्रोल से जुड़ा यह पुलिसकर्मी मास्क भी पहन रहा था और सोशल डिस्टेसिंग के नियम का भी पालन कर रहा था। इसके बावजूद उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दरअसल, पुलिसकर्मी में कोरोना वायरस से जुड़े लक्षण दिखाई दिए थे। इसके बाद उसका टेस्ट किया गया, जिसमें वह संक्रमित पाया गया।