गांव वालों ने तय किया कि बिटिया की शादी उसी घर में करेंगे जिस घर में शौचालय होगा।
दरभंगा। गंडक नदी की गोद में बसा है एक छोटा सा गांव, जहां के ग्रामीण खुले में शौच न करने के लिए सजग हो गए हैं।
गांव ने देश को एक बडा संदेश दिया है। जिन कामों के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। उस काम को गांव वालों ने
खुद अपने दम पर कर दिखाया है।
गांधी की कर्मभुमि चंपारण के पिपरासी प्रखंड के सेमरा-लबेदहा पंचायत में आज एक भी घर ऐसा नहीं है, जहां शौचालय नहीं
हो। बताया जाता है कि कल तक खुले में शौच पर निर्भर महिलाएं अब शौचालय बनने पर काफी खुश हैं। गांव वालों ने तय
किया कि बिटिया की शादी उसी घर में करेंगे जिस घर में शौचालय होगा।
वहीं गांव की कुछ महिलाओं ने पति से लड़ाई की तो कुछ ने सपनों का घर बनाने के लिए रखे पैसे को शौचालय निर्माण में
लगा दिया। यहां के ग्रामीणों ने घर-घर में शौचालय का सपना पूरा कर लिया है। स्वच्छता को लेकर सुदूर दियारा के ग्रामीणों
ने इसे प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है।
आज ग्रामीणों ने शपथ ली है कि न तो खुले में शौच करेंगे और न ही किसी को करने देंगे। बता दें कि ग्रामीणों का जत्था
खुद निगरानी में भी जुटा है। पिपरासी के सेमरा-लबेदहा में जीएसएफ और अदिति स्वयंसेवी संस्था के संयुक्त तत्वाधान में एक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ।