सकलेन खान देश का स्वर्ग कहे जाने वाले जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले से हैं। ये जम्मू कश्मीर से देश के लिए वॉलीबॉल खेलने वाले पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने 2014 में श्रीलंका के कोलंबों मेंं आयोजित एशियन चैंपियनशिप में प्रतिभाग किया था। छह फीट तीन इंच लंबे सकलेन 10वें यूथ एशियन वॉलीबॉल चैंपियनशिप में खेल चुके हैं। इन्हें स्कूल के दिनों से ही इस खेल में रुचि थी और इनका सपना था कि अपने खेल देश और राज्य को नई पहचान दें। पुंछ में इनका घर बिलकुल पाकिस्तानी सीमा के करीब है जहां आए दिन आतंकवादी घटनाएं होती रहती हैं।
ये कहते हैं कि प्रैक्टिस तो करते हैं पर इस बात का डर सताता रहता है कि कब कोई गोला प्रैक्टिस के बीच में गिर जाए और सब खत्म हो जाए। ये मानते हैं कि युवाओं को अपनी जिंदगी का रास्ता खुद बनाना होगा। मैं भी पत्थरबाजों में शामिल होता तो आज मैं देश के लिए कुछ नहीं कर पाता। इन्हें उम्मीद है कि इनसे दूसरे युवा प्रेरणा लेंगे और पत्थरबाजी छोड़ अपनी जिंदगी की कामयाबी के बारे में सोचेंगे। इनका सपना है कि जो काम इनके पिता नहीं कर सके वे काम देश के लिए ये करें ताकि उनकी आंखों में खुशी देख सकें। रोजाना चार घंटे वॉलीबॉल की प्रेक्टिस और फिटनेस के लिए एक्सरसाइज व रनिंग करते हैं।