हॉकर ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि टीम में शामिल सभी खिलाड़ी शौकिया तौर पर रोजाना शाम को या फिर वीकेंड में हॉकी खेलते हैं। हम विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि वेल्स की टीम विश्व कप खेलने जा रही है। हम सबके लिए यह किसी सपने की तरह है।
वेल्स ने अक्टूबर, 2021 में कार्डिफ में खेले गए ड्रामे से भरपूर मुकाबले में आयरलैंड को शूटआउट में हरा कर विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया था। हालांकि वेल्स की टीम ने 1908 के लंदन ओलंपिक में छह टीमों के बीच हुई हॉकी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था, लेकिन विश्व कप में यह उसका पहला मौका होगा। वेल्स की टीम ने अपने शुरुआती 50 में से सिर्फ तीन जीते थे। इंग्लैंड को हराने के लिए उसे 70 साल लगे, अब यह देखना रोचक होगा कि वेल्स की टीम इतिहास को दोहरा पाती है या नहीं।
टीम के मुख्य कोच डैनी न्यूकॉम्ब ने कहा, हमारी हॉकी टीम बेहद बुरे दौर से गुजरी है, लेकिन अब धीरे-धीरे हम फिर से खड़े हो रहे हैं। खिलाड़ी अपने काम की व्यस्तता के कारण रोज अभ्यास नहीं कर पाते हैं, इसलिए वीकेंड और छुट्टी के दिन डबल सेशन में अभ्यास सत्र रखते हैं। खिलाड़ी सोमवार से शुक्रवार अपना पेवेशवर काम करते हैं और उसके बाद शनिवार व रविवार को कार्डिफ में अभ्यास के लिए जुटते हैं।
कोच ने बताया कि वेल्स टीम को भारत लाना हमारे लिए बड़ी वित्तीय चुनौती रही। हॉकी वेल्स आर्थिक रूप से इतना मजबूत नहीं है, इसलिए क्राउडफंडिंग के जरिए धनराशि जुटाई गई। खिलाडि़यों ने भी फंडिंग की ताकि हम किसी से कम साबित ना हों। हॉकी वेल्स की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिया बर्रेज माले ने कहा, हमें उम्मीद है कि भारत में होने वाले विश्व कप के बाद हमारे लिए चीजें बदलेंगी।