भारत ने पहली पारी में दिन का खेल समाप्त होने तक 130 ओवरों मेें छह विकेट के नुकसान पर 360 रन बना लिए हैं। वह अभी ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के स्कोर से 91 रन पीछे है और उसके चार विकेट सुरक्षित हैं। दूसरे दिन के नाबाद बल्लेबाज पुजारा मैच के तीसरे दिन भी मैदान से नाबाद लौटे और वह अभी 130 रन बनाकर भारत को मुकाबले में बनाये हुए हैं।
बल्लेबाज ने पारी में 328 गेंदों का सामना किया और 17 चौके जड़ते हुए यह शतकीय पारी खेली। यह उनका टेस्ट में 15वां शतक है। मुश्किल परिस्थिति के बावजूद एक छोर पर जमे 29 वर्षीय पुजारा का इस सत्र में यह सातवां शतक भी है जो किसी भारतीय का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
पुजारा ने 155 गेंदों पर अपने 50 रन और फिर 214 गेंदों पर अपने 100 रन पूरे किये। फिलहाल पुजारा के साथ दूसरे छोर पर विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा(18) मैदान पर नाबाद डटे हुये हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए दिन के सबसे सफल गेंदबाज पैट कङ्क्षमस रहे। चोटिल मिशेल स्टार्क की जगह टीम में पांच वर्ष बाद वापसी कर रहे तेज गेंदबाज ने 59 रन पर भारत के सर्वाधिक चार विकेट निकाले। जोश हेजलवुड को 66 रन और स्टीव ओ कीफे को 117 रन पर एक विकेट मिला।
भारतीय टीम के लिये एक राहत की बात कप्तान विराट कोहली की मौजूदगी रही। विराट हालांकि बड़ी पारी तो नहीं खेल सके लेकिन चोट की चिंताओं को दूर करते हुए वह भारतीय पारी में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। विराट ने छह रन, अजिंक्या रहाणे ने 14 रन, करूण नायर ने 23 रन और रविचंद्रन अश्विन ने तीन रन बनाए। भारत ने अपने पांच विकेट 167 रन जोड़कर गंवाए।
भारत के लिए हालांकि शेष बल्लेबाजों के लिए मैच का चौथा दिन काफी चुनौतीपूर्ण रहेगा क्योंकि टीम अभी ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से रन पीछे है जबकि मेहमान टीम सुबह के सत्र में भारतीय पारी को समेटकर बढ़त लेने का प्रयास करेगी। इससे पहले सुबह भारत ने अपनी पारी की शुरूआत कल के 120 रन पर एक विकेट से आगे बढ़ाते हुए की। उस समय मुरली विजय(42) और पुजारा(10) रन बनाकर क्रीज पर थे।
दोनों खिलाडिय़ों ने फिर संतोषजनक बल्लेबाजी के दम पर अपना जवाबी हमला जारी रखा और सुबह के सत्र में दूसरे विकेट के लिए 39.2 ओवर में 102 रन की शतकीय साझेदारी कर डाली। मुरली और पुजारा के बीच इस 2016-17 में यह छठी शतकीय साझेदारी है। इस मामले में वह मैथ्यू हेडन और रिकी पोंङ्क्षटग के बाद दूसरी सबसे सफल जोड़ी हैं।
हेडन-पोंटिंग ने वर्ष 2005-06 के सत्र में सर्वाधिक सात बार शतकीय साझेदारियां की थीं। हालांकि लंच से ठीक पहले मुरली को स्टीव ओ कीफे ने विकेटकीपर मैथ्यू वेड के हाथों आउट कराकर पवेलियन भेजा। भारत ने अपना दूसरा विकेट 193 के स्कोर पर गंवाया और इसी के साथ लंच हो गया। मुरली ने 183 गेंदों की पारी में 10 चौके और एक छक्का जड़ा और 82 रन बनाये जो टेस्ट में उनका 15वां अर्धशतक है।