मुकेश ने प्रतियोगिता में कुल वजन उठाने और डैडलिफ्ट में दो स्वर्ण पदक जीते। मुकेश ने प्रतियोगिता में कुल 750 किलोग्राम भार उठाया जो चैंपियनशिप में किसी भी पॉवरलिफ्टर द्वारा उठाया गया सर्वाधिक भार रहा। उन्होंने गत वर्ष इंग्लैंड में इसी चैंपियनशिप में कुल 720 किग्रा वजन उठाया था और इस बार उन्होंने उससे 30 किलोग्राम ज्यादा 750 किलोग्राम वजन उठा दिया।
मुकेश ने स्क्वेट में 280 किग्रा, बेंच प्रेस में 185 किग्रा और डैडलिफ्ट में 285 किग्रा भार उठाया। इस तरह उन्होंने कुल 750 किग्रा भार उठाकर रॉ पॉवरलिफ्टिंग में किसी भारतीय द्वारा नया रिकॉर्ड बना दिया।
राष्ट्रीय पॉवरलिफ्टर्स महासंघ के अध्यक्ष एवं द्रोणाचार्य अवार्डी भूपेन्द्र धवन ने अपने शिष्य को इस प्रदर्शन और सर्वश्रेष्ठ पॉवरलिफ्टर बनने पर बधाई दी। डब्ल्यूपीयू यूरोपियन चैंपियनशिप 2016 पॉवरलिफ्टिंग, बेंच प्रेस और डैड लिफ्ट का आयोजन जर्मन पॉवरलिफ्टिंग यूनियन ने किया था।
धवन ने मुकेश के प्रदर्शन पर कहा कि उनके शिष्य ने एक बार फिर देश का नाम रौशन किया है और यूरोपियन चैंपियनशिप में तीसरी बार स्वर्ण पदक जीतना तथा सर्वश्रेष्ठ बनना एक बड़ी उपलब्धि है।