27 वर्षीय खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में अपनी तीसरी उपस्थिति से चूक गयीं और इस आयोजन में टीम का अभियान शुरू होने से पहले ही उन्हें घर लौटना पड़ा।
फारवर्ड ने कहा, “जब मैं नॉटिंघम में थी, तब मैं कोरोना संक्रमित पाई गई थीं, जहां हम खेल गांव में जांच करने से पहले प्रशिक्षण ले रहे थे। मुझे कोई बड़ा लक्षण नहीं था और जब तक हम गांव चले गए, तब तक टीम में वापस आने की उम्मीद थी। मैं हर दिन ट्रेनिंग ले रही थीं और दुर्भाग्य से मुझे वापस लौटना पड़ा।”
उन्होंने आगे कहा, “ईमानदारी से कहूं तो इस तरह से जाना निराशाजनक था। मेरे लिए इसे स्वीकार करना बहुत कठिन था। मैं पहले कभी किसी बड़े टूर्नामेंट से नहीं चूकी, इसलिए मैं अपने कैरियर में पहली बार ऐसी स्थिति से निपट रही थी।”
200 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद, नवजोत पिछले कुछ वर्षों में भारतीय टीम की सफलता का एक अभिन्न अंग रही हैं। 2012 में अपनी शुरूआत के बाद से, उन्होंने सभी प्रमुख टूर्नामेंटों में देश का प्रतिनिधित्व किया है और टीम की कुछ सबसे बड़ी जीत में भाग लिया है। हालांकि, नवजोत ने कहा कि यह टीम का समर्थन था जिसने उन्हें इस पूरी प्रक्रिया में मजबूती दी। बेंगलुरु के साई केंद्र में प्रशिक्षण शिविर में लौटने के बाद, नवजोत वापस मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं।