वही दूसरी और वेस्टइंडीज के लिए इस श्रृंखला में जीत बेहद अहम है, क्योंकि 2019 में होने वाले विश्व कप में सीधे प्रवेश के लिए उसके पास यह संभवत: आखिरी मौका है। आगामी 30 सितंबर तक आईसीसी एकदिवसीय टीम रैंकिंग में मेजबान इंग्लैंड के अलावा शीर्ष सात टीमें विश्व कप में सीधे प्रवेश की हकदार होंगी। बाकी टीमों को भी क्वालीफायर टूर्नामेंट में खेलना होगा।
ऐसे में विंडीज पर गहरा संकट मंडरा रहा है। उसे हर हाल में जीत की जरूरत है, लेकिन उसके प्रदर्शन और सामने भारत जैसी मजबूत टीम को देखकर जीत काफी दूर नजर आती है। मेजबान टीम के लिए सबसे बड़ा संकट यह है कि न ही उसकी बल्लेबाजी चल रही है, न ही गेंदबाजी। पिछले मैच में शाई होप ने अर्धशतक जड़ा था, लेकिन उनके अलावा कोई और बल्लेबाज विकेट पर टिक नहीं सका था। गेंदबाजी में भी उसका कोई ऐसा गेंदबाज उभर कर सामने नहीं आया है जो भारतीय बल्लेबाजों पर रोक लगा सके। अल्जारी जोसेफ और कप्तान जेसन होल्डर से टीम को उम्मीदें होंगी।
कोहली ने दूसरे मैच के बाद कहा था कि तीसरे मैच में युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत को अंतिम एकादश में जगह मिल सकती है। हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि पंत को किसकी जगह टीम में शामिल किया जाएगा। गेंदबाजी में भी भारत ने अच्छा प्रदर्शन किया था। कुलदीप यादव ने पिछले मैच में तीन विकेट लिए थे। वहीं भुवनेश्वर और उमेश ने टीम को अच्छी शुरुआत दी थी।
गौरतलब है कि टीम इंडिया को अपने वेस्टइंडीज दौरे में पांच वनडे मैचों के अलावा एक टी20 मैच भी खेलना है। सीरीज में शिखर धवन, अजिंक्य रहाणे और कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाजी में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है।