पुणे के लिए सलामी बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी ने सर्वाधिक 93 रनों की पारी खेली। जिसके लिए उन्होंने 52 गेंदों का सामना किया और नौ चौके तथा सात छक्के लगाए। एक छोर से विकेट गिरने के बावजूद राहुल ने शुरू से अंत तक एक छोर संभाले रखा और टीम को जीत दिलाई।
इससे पहले, बल्लेबाजी करने उतरी कोलकाता का मजबूत बल्लेबाजी क्रम पुणे की कसी हुई गेंदबाजी के सामने बड़ा स्कोर नहीं कर सका। कोलकाता ने निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 155 रन बनाए। उसके लिए मनीष पांडे ने सर्वाधिक 37 रन, कोलिन ग्रांडहोमे ने 36 रन और सूर्यकुमार यादव ने नाबाद 30 रनों की पारी खेली।
पुणे के गेंदबाजों ने कोलकाता के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को शुरू से ही रोके रखा। पहले ओवर की आखिरी गेंद तक टीम का खाता भी नहीं खुला था कि सुनील नरेन, जयदेव उनादकट की गेंद पर उन्हें ही कैच दे बैठे। अपने जोड़ीदार रॉबिन उथप्पा की गैरमौजूदगी में कप्तान गौतम गंभीर पर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी थी। वह 19 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 24 रन बनाने के बाद वॉशिंगटन सुंदर का शिकार बने। गंभीर का विकेट 40 रनों के कुल योग पर गिरा।
गंभीर से पहले शेल्डन जैक्सन (10) सुंदर की गेंद पर ही हिट विकेट होकर पवेलियन लौट चुके थे। युसूफ पठान चार रनों का ही योगदान दे सके। मनीष पांडे (37) और कोलिन डी ग्रांडहोमे (36) ने यहां से छठे विकेट के लिए पांच ओवरों में 48 रन जोड़े। 103 के कुल स्कोर पर पांडे को डेनियल क्रिस्टियन ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया।
कोलिन भी कुछ देर बाद उनादकट की गेंद पर सुंदर के हाथों लपके गए। उन्होंने 19 गेंदों में तीन चौके और दो छक्कों की मदद से तेज तर्रार पारी खेली। क्रीज पर इस समय सूर्यकुमार यादव और क्रिस वोक्स (1) थे। वोक्स कुछ कर पाते इससे पहले ही रन आउट हो गए। पुणे की ओर से खेलते हुए उनादतकट और सुंदर ने दो-दो विकेट लिए। स्टोक्स, इमरान ताहिर, क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली।
सूर्यकुमार ने 19वें ओवर में उनादकट पर दो लगातार चौके और एक छक्का जड़ा। इसी ओवर में नाथन कल्टर नाइल (6) ने भी एक छक्का मारा। नाइल आखिरी ओवर में बेन स्टोक्स का शिकार बने। स्टोक्स ने आखिरी ओवर में सिर्फ चार रन दिए। सूर्यकुमार 16 गेंदों में दो चौके और इतने ही छक्के लगाकर 30 रनों के साथ नाबाद लौटे। उनके साथ उमेश यादव भी दो रनों पर नाबाद रहे।