किशोर महिला खिलाडिय़ों का दबदबा
लेकिन टेनिस में ऐसा पहले भी होता आया है जब किशोरवय उम्र के युवा खिलाड़ी वरिष्ट खिलाडिय़ों को हराकर बड़ा उलट फेर करने में कामयाब रहे हैं। 1968 से अब तक 12 महिला खिलाडिय़ों ने किशोरावस्था में अपना पहला ग्रैंड स्लैम टेनिस खिताब जीता है। इन 12 खिलाडिय़ों में शामिल सेरेना विलियम्स ने भी अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब 17 साल की उम्र में 1999 के यूएस ओपन टूर्नामेंट के रूप में जीता था। वे अब तक 23 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकी हैं। इसी तरह स्टेफी ग्राफ भी 17 साल की थी जब उन्होंने 1987 में अपना पहला खिताब जीता था। इतना ही नहीं इसके अगले साल तक वे ऑस्ट्रेलिया, फ्रेंच, विम्बलडन और यूएस ओपन खिताब जीत चुकी थीं। वहीं 1988 में दक्षिण कोरिया में हुए ओलंपिक में भी वे गोल्ड मेडल विजेता रहीं। यह उनकी उम्र के किसी भी किशोरवय खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी। 1999 में अपनी रिटायरमेंट तक वे 22 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकी थीं।
लेकिन टेनिस में ऐसा पहले भी होता आया है जब किशोरवय उम्र के युवा खिलाड़ी वरिष्ट खिलाडिय़ों को हराकर बड़ा उलट फेर करने में कामयाब रहे हैं। 1968 से अब तक 12 महिला खिलाडिय़ों ने किशोरावस्था में अपना पहला ग्रैंड स्लैम टेनिस खिताब जीता है। इन 12 खिलाडिय़ों में शामिल सेरेना विलियम्स ने भी अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब 17 साल की उम्र में 1999 के यूएस ओपन टूर्नामेंट के रूप में जीता था। वे अब तक 23 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकी हैं। इसी तरह स्टेफी ग्राफ भी 17 साल की थी जब उन्होंने 1987 में अपना पहला खिताब जीता था। इतना ही नहीं इसके अगले साल तक वे ऑस्ट्रेलिया, फ्रेंच, विम्बलडन और यूएस ओपन खिताब जीत चुकी थीं। वहीं 1988 में दक्षिण कोरिया में हुए ओलंपिक में भी वे गोल्ड मेडल विजेता रहीं। यह उनकी उम्र के किसी भी किशोरवय खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी। 1999 में अपनी रिटायरमेंट तक वे 22 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकी थीं।
गौफ बन सकती हैं नई टेनिस स्टार
इन दिग्गज खिलाडिय़ों के बीच गौफ ने अपने प्रदर्शन से वह क्लास दिखाई है जो उन्हें टेनिस की दुनिया में शीर्ष पर पहुंचा सकता है। उनके पास कई तरह के शक्तिशाली शॉट्स के साथ एक मजबूत और एथलेटिक फिजीक है। इसलिए अगर वे यूं ही फिट रहीं और इंजरी से बचकर खेलती रहीं तो उन्हें और बेहतर होने से कोई नहीं रोक सकता। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वाशिंगटन डीसी के सिटी टूर्नामेंट में आने मात्र से ही इस आयोजन की टीआरपी बढ़ गई है। मिशेल ओबामा ने भी अपने ट्वीट में उनका जिक्र किया है।
इन दिग्गज खिलाडिय़ों के बीच गौफ ने अपने प्रदर्शन से वह क्लास दिखाई है जो उन्हें टेनिस की दुनिया में शीर्ष पर पहुंचा सकता है। उनके पास कई तरह के शक्तिशाली शॉट्स के साथ एक मजबूत और एथलेटिक फिजीक है। इसलिए अगर वे यूं ही फिट रहीं और इंजरी से बचकर खेलती रहीं तो उन्हें और बेहतर होने से कोई नहीं रोक सकता। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वाशिंगटन डीसी के सिटी टूर्नामेंट में आने मात्र से ही इस आयोजन की टीआरपी बढ़ गई है। मिशेल ओबामा ने भी अपने ट्वीट में उनका जिक्र किया है।
इंस्टाग्राम पर 13 गुना बढ़े फॉलोवर्स
पिछले महीने विम्बलडन में हिस्सा लेने से पहले इंस्टाग्राम पर उनके 30 हजार फॉलोवर्स थे लेकिन टूर्नामेंट खत्म होने तक यह संख्या 3. 86 लाख पहुंच गई यानि टूर्नामेंट की शुरुआत से खत्म होने तक उनके प्रशंसकों में लगभग 13 गुना वृद्धि हुई है। यह उनकी ब्रांड वैल्यू का एक नमूना भर है जो बताता है कि लोग उनके बारे में जानने के लिए किस कदर उत्सुक हैं। खुद गौफ कहती हैं कि मेरे सपने तब तक नहीं बदलेंगे जब तक मैं उन्हें पूरा नहीं कर लेती। वे टेनिस की शीर्ष खिलाड़ी बनना चाहती हैं और बकौल गौफ वे अब तक की सबसे बड़ी टेनिस स्टार बनना चाहती हैं। गौफ विम्बलडन में ओपन एरा में सबसे कम उम्र का क्वालीफायर हैं।
पिछले महीने विम्बलडन में हिस्सा लेने से पहले इंस्टाग्राम पर उनके 30 हजार फॉलोवर्स थे लेकिन टूर्नामेंट खत्म होने तक यह संख्या 3. 86 लाख पहुंच गई यानि टूर्नामेंट की शुरुआत से खत्म होने तक उनके प्रशंसकों में लगभग 13 गुना वृद्धि हुई है। यह उनकी ब्रांड वैल्यू का एक नमूना भर है जो बताता है कि लोग उनके बारे में जानने के लिए किस कदर उत्सुक हैं। खुद गौफ कहती हैं कि मेरे सपने तब तक नहीं बदलेंगे जब तक मैं उन्हें पूरा नहीं कर लेती। वे टेनिस की शीर्ष खिलाड़ी बनना चाहती हैं और बकौल गौफ वे अब तक की सबसे बड़ी टेनिस स्टार बनना चाहती हैं। गौफ विम्बलडन में ओपन एरा में सबसे कम उम्र का क्वालीफायर हैं।
अंकिता रैना हैं भारत की शीर्ष खिलाड़ी
26 साल की अंकिता रैना भारत की उभरती हुई टेनिस स्टार हैं। पुणे निवासी अंकिता वर्तमान में महिला एकल और युगल में देश की नंबर वन खिलाड़ी हैं। अंकिता ने वुमंस टेनिस स्टार में एक डब्ल्यूटीएस चैलेंजर और 8 एकल खिताब के अलावा इंटरनैशनल टेनिस फेडरेशन के महिला सर्किट में कुल 14 युगल खिताब जीते हैं। इसी साल अप्रेल में वे पहली बार दुनिया के शीर्ष 200 एकल खिलाडिय़ों के पूल में शामिल हुई हैं। ऐसा करने वाली देश की पांचवी खिलाड़ी हैं। प्रशंसक उन्हें भारत की अगली सानिया मिर्ज़ा के रूप में देखते हैं।
26 साल की अंकिता रैना भारत की उभरती हुई टेनिस स्टार हैं। पुणे निवासी अंकिता वर्तमान में महिला एकल और युगल में देश की नंबर वन खिलाड़ी हैं। अंकिता ने वुमंस टेनिस स्टार में एक डब्ल्यूटीएस चैलेंजर और 8 एकल खिताब के अलावा इंटरनैशनल टेनिस फेडरेशन के महिला सर्किट में कुल 14 युगल खिताब जीते हैं। इसी साल अप्रेल में वे पहली बार दुनिया के शीर्ष 200 एकल खिलाडिय़ों के पूल में शामिल हुई हैं। ऐसा करने वाली देश की पांचवी खिलाड़ी हैं। प्रशंसक उन्हें भारत की अगली सानिया मिर्ज़ा के रूप में देखते हैं।