समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक मिल्खा ने कहा, “मेरी सलाह है कि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को खेल मंत्री बनाने के साथ उचित धनराशि और संसाधनों की मदद के साथ प्रभारी बना दिया जाए। अलग-अलग लोगों को विभिन्न खेलों का मुखिया बना दिया जाए और देश के लिए पदक जीतने की खातिर पूरा सहयोग दिया जाए। देश में प्रतिभाएं मौजूद हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि सही प्रयासों के साथ हम ऐसा कर सकते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “रियो ओलंपिक खेलों के खत्म होते ही हमें बेहतर होते वैश्विक स्तरों को ध्यान में रखते हुए केवल पदक जीतने के लक्ष्य के साथ अगले दो ओलंपिक खेलों के लिए मेहनत शुरू कर देनी चाहिए। आज हमारे पास बुनियादी ढांचा और संसाधन हैं। कोई भी कमी नहीं है। हमें अनुबंध के आधार पर शीर्ष स्तर के कोच जुटाने चाहिए और उन्हें व हमारे खिलाड़ियों को स्वर्ण हासिल करने के लिए सशक्त बनाना चाहिए।”
रियो ओलंपिक में पदक जीतने वाली सिंधू और साक्षी के साथ ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाली दीपा के बारे में उन्होंने कहा, “उस वक्त मेरी आंखें भर आईं जब मैंने सिंधू और साक्षी मलिक को पदक जीतने के बाद कंधे से राष्ट्रीय झंडा लपेटे देखा। मैं और मेरी पत्नी निर्मल जो खुद इंटरयूनिवर्सिटी बैडमिंटन खिलाड़ी रह चुकी हैं, पीवी सिंधू, उनके माता-पिता और कोच गोपीचंद को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं।”
मिल्खा ने आगे कहा, “मैं साक्षी मलिक और दीपा कर्माकर, उनके माता-पिता और कोच को भी उनके त्याग और यह साबित करने के लिए बधाई देता हूं कि कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय के साथ भारतीय महिलाएं ऊंचाइयां छू सकती हैं और यह हमारे लड़कों के लिए भी एक प्रेरणा होनी चाहिए। आप लड़कियों ने भारत को गौरवांवित किया है और हम आपके आभारी हैं।”