टीम इंडिया की कप्तान मिताली राज को लेकर तेलंगाना सरकार ने अभी तक किसी तरह की प्रशंसा या इनाम की बात नहीं की है। तो साल 2005 में राज्य सरकार ने मिताली को इनाम में 500 गज जमीन और 5 लाख रुपए देने की घोषणा की थी, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। आपको बता दें कि ये वादा तत्कालीन आंध्र प्रदेश के सीएम राजशेखर रेड्डी ने की थी।
महिला क्रिकेट जगत में मिताली को सचिन के नाम से जाना जाता है। तो वहीं उनके नाम कई कर्तिमान हैं। बावजूद इसके राज्य सरकार द्वारा किया गया वादा 12 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। जब पूरा देश यहां तक पीएम मोदी भी खिलाड़ी की सफलता पर उत्साहित है, तो वहीं तेलंगाना सरकार के सीएम के.चंद्रशेखर राव ने अभी तक मिताली को केवल बधाई संदेश ही दिए हैं। जबकि इसी राज्य की दूसरी खिलाड़ी सानिया मिर्जा और पी वी सिंधु पर सरकार इनामों की बारिश करती रही है।
दरअसल साल 2005 में महिला विश्व कप के फाइनल में पहुंचने पर आंध्र प्रदेश की सरकार ने मिताली को 5 लाख रुपए और 500 गज जमीन देने का वादा किया था, जो कि अभी तक अधूरा है। तो वहीं इस मामले को लेकर मिताली के परिजनों का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में सरकार को कई खत लिखे, कई बार सरकारी दफ्तर के चक्कर काटे। लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हुआ। बाद सरकार की उपेक्षा से नराज मिताली ने अपने माता-पिता को इस संबंध में गुहार लगाने से मना कर दिया।
जबकि तेलंगाना सरकार ने बकाया भुगतान करते हुए सानिया मिर्जा को 2 करोड़ रुपए और पीवी सिंधु को 5 करोड़ रुपए के साथ 1000 गज जमीन दे दी। लेकिन मिताली राज के मामले में सरकार ने कोई पहल नहीं की और नहीं मामला आगे बढ़ा। गौरतलब है कि 36 वर्षीय खिलाड़ी मिताली ने भारतीय महिला टीम में बतौर खिलाड़ी 16 साल दिए हैं। तो वहीं इस खिलाड़ी को अपने ही गृहराज्य से उपेक्षा का शिकार बनाना पड़ रहा है।