महिला एकल वर्ग के सेमीफाइनल में यामागुची ने शनिवार को सिंधु को सीधे गेमों में आसान मुकाबले में 21-14, 21-9 से मात दी। सिंधु पहले गेम से शुरुआती मिनटों में ही यामागुची का सामना करती दिखीं लेकिन एक बार जब जापानी खिलाड़ी सिंधु पर हावी हुईं तो उन्होंने भारतीय खिलाड़ी को वापसी का मौका नहीं दिया।
पहला गेम एक समय बराबरी पर चल रहा था, लेकिन 14 अंकों के बाद सिंधु एक भी अंक नहीं ले पाईं और यामागुची ने लगातार अंक लेते हुए पहला गेम अपने नाम किया। जापानी खिलाड़ी ने दूसरे गेम की भी शानदार शुरुआत की और लगातार छह अंक लेकर सिंधु को बैकफुट पर धकेल दिया। कुछ देर बाद यामागुजी 9-2 से आगे थीं। इस फासले को उन्होंने बरकरार रखा और दूसरा गेम जीतते हुए कुल 37 मिनट में फाइनल का सफर तय किया।
सिंधु ने पहली बार इस टूर्नामेंट के अंतिम चार में जगह बनाई थी। ओलिंपिक रजत पदकधारी खिलाड़ी ने क्वार्टरफाइनल में दुनिया की 10वें नंबर की युफेई की चुनौती महज 41 मिनट में 21-14, 21-14 से समाप्त कर दी थी।
खिताब के लिए फाइनल में यामागुची का सामना दक्षिण कोरिया की ताइ जु यिंग से होगा जिन्होंने चीन की ही बिंगजियाओ को 21-14, 17-21, 21-8 से मात देते हुए फाइनल में प्रवेश किया है।
विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने के बाद से ही रियो ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु का प्रदर्शन गिरता चला गया है। अगर उनके खेले गए टूर्नामेंटों की बात करें तो वह उतना शानदार प्रदर्शन नहीं कर पाई है। जापान की ही खिलाड़ी उन पर हर बार भारी पड़ रही हैं। पिछले टूर्नामेंट में जहां उनको योकुहामा ने हराया तो वहीं इस बार जापान की ही यामागुची उन पर भारी पड़ गई और उनका फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया।