यह घटना न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट के दौरान भारत की पहली पारी की है जब जडेजा 16 और रोहित शर्मा 37 रन बनाकर खेल रहे थे। जडेजा ने शॉट खेलने के बाद पिच के बींचोबीच (डेंजर एरिया में) दौड़ लगा दी।
इससे जडेजा को दो बार अनौपचारिक और एक आधिकारिक चेतावनी भी दी गई थी। वह चौथी बार पिच में सुरक्षित क्षेत्र में घुसे और उसे नुकसान पहुंचाया। जडेजा ने अपना अपराध और मैच रैफरी डेविड बून द्वारा सुनाई गई सजा स्वीकार कर ली। इससे औपचारिक सुनवाई की जरूरत ही नहीं पड़ी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने एक विज्ञप्ति में बताया कि नियमानुसार यदि जडेजा के खाते में अगले दो साल में एक और डीमेरिट अंक जुड़ जाते हैं तो उन पर एक टेस्ट, दो वनडे या दो टी-20 मैच खेलने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है।