इस मैच में शानदार गेंदबाजी करने वाले उमेश यादव को 28वें ओवर में गेंदबाजी के लिए बुलाया। इससे कप्तान के फैसले पर लोगों को हैरानी हुई, लेकिन भारतीय टीम के सहायक कोच संजय बांगड़ ने उसकी वजह का खुलासा किया है।
बांगड़ ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘उमेश को पुरानी गेंद से अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जाना जाता है। यहां तक कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में भी आपने देखा होगा कि उसे काफी रिवर्स स्विंग मिली। हमने उसे इसलिए पहले गेंद नहीं सौंपी क्योंकि हमें उम्मीद थी कि गेंद पारी में जल्द ही रिवर्स स्विंग लेनी शुरू कर देगी।
बांगड़ ने कहा, ‘हम उमेश की क्षमताओं से वाकिफ है जो गेंद को थोड़ा फुल लेंग्थ करते हैं। गेंद जल्दी रिवर्स स्विंग होने लगी जैसी कि हमें उम्मीद थी। इसलिए उन्हें बाद में गेंद सौंपी गई।
बांगड़ ने तेज गेंदबाजों के रवैये में बदलाव लाने का काफी श्रेय कप्तान और कोच को देते हुए कहा कि इसकी शुरुआत रवि के समय से हुई और फिर अनिल कुंबले ने भी विराट के साथ उसे आगे बढ़ाया।
बांगड़ ने कहा कि हम विरोधी टीम को दो बार आउट करना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘टेस्ट मैचों में जीत के लिए 20 विकेट लेने जरूरी होते हैं।’