पार्टी प्रवक्ता ने दी जानकारी
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के हववाले से कहा कि बिहार में तीन सीटों पर हो रहें उपचुनाव में वे एनडीए उम्मीदवारों की मदद नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बिना किसी मांग के एनडीए गठबंधन के साथ बना हुआ है। वह पूरी ईमानदारी से गठबंधन धर्म का पालन कर रहा है। इसके बावजूद गठबंधन का शीर्ष नेतृत्व उनकी पार्टी को तवज्जो नहीं दे रहा है। इस वजह से कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। इसलिए हमें यह फैसला लेना पड़ा।
उपचुनाव में जहानाबाद सीट पर थी हम की दावेदारी
दानिश ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता चाहते थे कि उपचुनाव में जहानाबाद की सीट से उनका उम्मीदवार उतरे। गठबंधन के नेताओं को इस बारे में सूचना भी दी थी। लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने हमारी मांग पर ध्यान नहीं दिया। यह सीट सीट जदयू को दे दी गई। आखिर एकतरफा प्यार कब तक चलेगा। हमारे नेता कार्यकर्ता गठबंधन के लिए अपनी कुर्बानी दें और हमें उसके बदले कुछ नहीं मिले तो असंतोष होगा ही। अब एक बार फिर एनडीए नेतृत्व के पास मौका है कि वे राज्यसभा चुनाव में उनके दल के नेता को प्रत्याशी बनाए, ताकि कार्यकर्ताओं में असंतोष न जगे। यदि ऐसा नहीं होता विवश होकर कोई ठोस निर्णय लेना।
बिहार से है छह राज्यसभा सीट
निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को बिहार से राज्यसभा में खाली हो रही द्विवार्षिक 58 सीटों के लिए चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। बिहार की छह सीटों के लिए भी चुनाव होना है। 23 मार्च को ही मतदान और मतगणना होगी।