गांव के लोगों को उम्मीदें
मुक्केबाज सिमरनजीत कौर का यह पहला ओलंपिक है। सिमरनजीत लुधियाना के गांव चकर से हैं। सिमरनजीत के मुकाबले को लेकर गांव के लोग काफी उत्साहित हैं। वहीं मुक्केबाज सिमरनजीत कौर बाठ की मां राजपाल कौर ने कहा कि पहले मुकाबले में बेटी बुलंद हौसले के साथ उतरेगी। सिमरनजीत 60 किलोग्राम भार वर्ग में अपनी प्रतिभा दिखाएंगी। उन्होंने कहा कि सिमरनजीत की जीत के लिए पूरा गांव अरदास कर रहा है।
मुक्केबाज सिमरनजीत कौर का यह पहला ओलंपिक है। सिमरनजीत लुधियाना के गांव चकर से हैं। सिमरनजीत के मुकाबले को लेकर गांव के लोग काफी उत्साहित हैं। वहीं मुक्केबाज सिमरनजीत कौर बाठ की मां राजपाल कौर ने कहा कि पहले मुकाबले में बेटी बुलंद हौसले के साथ उतरेगी। सिमरनजीत 60 किलोग्राम भार वर्ग में अपनी प्रतिभा दिखाएंगी। उन्होंने कहा कि सिमरनजीत की जीत के लिए पूरा गांव अरदास कर रहा है।
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गांववालों ने किया सपोर्ट
सिमरनजीत कौर की मां राजपाल कौर ने मीडिया को बताया था कि सिमरनजीत कौर को इस मुकाम पर पहुंचाने में पूरे परिवार, अकादमी संचालकों व गांववालों का सहयोग रहा है। सिमरनजीत कौर से सभी को टोक्यो ओलंपिक में मेडल लाने की काफी उम्मीदें हैं। सिमरनजीत की मां बेटी की जीत के लिए सुबह शाम गुरुद्वारा साहिब में अरदास करने जाती हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि उनकी बेटी देश का नाम जरूर रोशन करेगी।
गांववालों ने किया सपोर्ट
सिमरनजीत कौर की मां राजपाल कौर ने मीडिया को बताया था कि सिमरनजीत कौर को इस मुकाम पर पहुंचाने में पूरे परिवार, अकादमी संचालकों व गांववालों का सहयोग रहा है। सिमरनजीत कौर से सभी को टोक्यो ओलंपिक में मेडल लाने की काफी उम्मीदें हैं। सिमरनजीत की मां बेटी की जीत के लिए सुबह शाम गुरुद्वारा साहिब में अरदास करने जाती हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि उनकी बेटी देश का नाम जरूर रोशन करेगी।
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