मैच की आखिरी और श्रीलंका की दूसरी पारी 75 रन पर समाप्त हो गई थी। 75 रन के स्कोर पर श्रीलंका के 7 विकेट गिर चुके थे। यदि मैच अपने तय समय पर खत्म होता तो ऐसा हो सकता था कि मैच भारत जीत जाता। यहां एक वजह और थी कि भारत यह मैच जीत नहीं पाया। श्रीलंका के खिलाड़ी डिकवेला मैच के बीच-बीच में भारतीय खिलाड़ियों का ध्यान भंग कर रहे थे। डिकवेला की इस हरकत से भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी काफी गुस्से में थे। एक समय तो ऐसा आया था कि टीम के कुछ खिलाड़ी डिकवेला से भिड़ने के लिए तैयार हो चुके थे।
डिकवेला की इस हरकत पर तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी एक बार को तो अपना सब्र खो ही चुके थे। लेकिन अंपायरों ने बीच में आकर मामला रफा-दफा कर दिया। खराब रोशनी के बीच डिकवेला टाइम बर्बाद कर रहे थे। काफी कुछ बर्दाश्त करने के बाद भी जब डिकवेला नहीं माने तो कप्तान कोहली ने भी अपना आपा खो दिया। विराट कोहली काफी गुस्से में डिकवेला के पास पहुंचे, लेकिन डिकवेला को देखकर ऐसा लग रहा था कि वो खुद टाइम पास करके कोहली को चिढ़ा रहे हैं। अकसर मैदान पर कोहली के गुस्से को देखते हुए दूसरे खिलाड़ी खुद ही शांत हो जाते हैं। लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं था। जिसके बाद एक बार फिर से अंपायरों ने सुलह करा दी और श्रीलंकाई बल्लेबाज़ को चेतावनी दे डाली। हालांकि इतना कुछ होने के बाद भी भारत के हाथ से यह शानदार जीत निकल गई।