इसी को लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मार्क वॉ ने कहा कि कप्तान विराट कोहली इस समय एकाग्रता नहीं बना पा रहे हैं और उनकी नकारात्मक सोच का भारतीय टीम पर बुरा असर हो रहा है।
गौरतलब है कि विराट बेंगुलरू टेस्ट के पहले दिन शनिवार को नाथन लियोन की गेंद पर कोई शॉट नहीं लेना चाहते थे, इसी वजह से उन्होंने गेंद को छोड़ दिया पर वह गेंद उनके पैर पर जा लगी। जिससे वे एलबीडब्ल्यू हुए थे। वे मात्र 12 रन बना पाए थे।
ऑस्ट्रेलियाई सिलेक्टर मार्क वॉ ने कहा, ‘विराट इस वक्त ‘ब्रेन फेड’ से जूझ रहे हैं। वे एकाग्रता नहीं बना पा रहे हैं और नजदीकी फील्डरों की वजह से ज्यादा चिंतित दिखे। उन्होंने मैच के पहले कहा था कि उनकी टीम को ज्यादा शिद्दत से खेलना होगा, लेकिन वे खुद ऐसा करते हुए नहीं दिखे।’
वॉ ने कहा, कोहली नकारात्मक सोच के साथ खेल रहे हैं क्योंकि उनके घेर कर फील्डर खड़े हैं। वे यह सोच रहे है कि यदि बल्ले ने गेंद को छुआ तो कैच कर लिए जाएंगे जबकि बल्लेबाज को इस सोच के साथ क्रीज पर नहीं उतरना चाहिए। उनकी नकारात्मकता का टीम पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
आपको बता दें कि मैट रैनशॉ और शॉन मार्श की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टेस्ट में भारत पर 48 रन की लीड हासिल कर ली है। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे इस टेस्ट मैच में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलियाई टीम ने छह विकेट खोकर 237 रन बनाए। पुणे में पहला टेस्ट मैच 333 रन से गंवाने वाली भारतीय टीम पहली पारी में 189 रन पर आउट हो गई थी।