हम दावे के साथ कह सकते हैं कि इसे देखकर आपके रोंगटे खड़े जाएंगे। इस फाइट में रेसलर्स बिना किसी झिझक के एक-दूसरे पर खूंखार तरीके से घातक हथियारों से वार करते हैं और तो और इस तरह के फाइट्स में रेसलर का घायल होना भी क ाफी सामान्य बात है। आइए आपको इस बारे में बताते हैं। इस हार्डकोर रेसलिंग में केवल पुरूष फाइटर्स ही नहीं भाग लेते हैं बल्कि महिलाएं भी इसमें खूलकर हिस्सा लेती हैं। इसमें खेल के दौरान रेसलर्स एक-दूसरे पर अटैक करने के लिए बड़े-बड़े डंडे, कंटीले तारों से बने बैट और ब्रोकेन ग्लासेस का भी इस्तेमाल करते हैं।
इसे ‘वीकेंड ऑफ डेथ’ के नाम से संबोधित किया जाता है। इस खेल मेें वाले भाग लेने वाले फाइटर पूरे अमेरिका में भ्रमण करते हैं, और इस तरह क ी लड़ाइयों में हिस्सा लेते हैं। इसमें वे एक-दूसरे पर कंटीले तारों से बने बैट और फैन के बनाए हथियारों से भी हमला करने से नहीं चूकते हैं। इस फाइट्स में दोनों रेसलर्स के शरीर से खून निकलना आम है और तो और फाइट के बाद रेसलर्स का घावों और टूटी हुई हड्डियों के साथ रिंग में रह जाना भी बिल्कुल सामान्य है।
इस खेल के एक मशहूर प्लेयर ‘द बुलडोजर’ यानी मैट ट्रेमोंट का इस बारे में कहना है कि हम इसके लिए कोई खास तैयारी नहीं करते। ये मेरे लिए ऑफिस के किसी दिन जैसा ही तरह होता है और तो और मैट खुद भी हफ्ते में एक से तीन बार तो इसमें भाग लेते हैं। ये खेल भले ही कितना जोखिम भरा क्यों न हों लेकिन वहां के लोगों में उस खेल के प्रति इतना जुनून है कि वे इसे खेलना नहीं छोड़ते हैं।