इसका उदघाट्न समारोह शून्य से कम तापमान पर हुआ। इसमें दक्षिण और उत्तर कोरिया के खिलाड़ियों तथा अधिकारियों ने एक झंडे के नीचे भाग लिया। गेम्स शुरू होने से कुछ दिन पहले ही दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई थी।
23वें शीतकालीन ओलंपिक के लिए प्योंगयांग शहर को खास तौर से सजाया गया है। 2,925 खिलाड़ी विभिन्न खेलों में भाग ले रहे हैं। प्योंगयांग दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल से 3 घंटे की दूरी पर है।
इस ओलंपिक में 15 विभिन्न खेलों की 102 प्रतिस्पर्धाएं आयोजित होंगी। शीतकालीन ओलंपिक खेलों को आयोजित करने वाला प्योंगयांग शहर 1994 में नार्वे खेलों के बाद सबसे ठंडा शहर है।
इस बार भारत की ओर से शिवा केशवन ने भारत का झंडा भी थामा। ल्यूगर शिवा केशवन ने जापान के नागानो में 1998 में हुए खेलों से डेब्यू किया था। वह 1998, 2002, 2006, 2010 और 2014 विंटर ओलंपिक खेलों में भाग ले चुके हैं।
फिगर स्केटिंग की पूर्व स्वर्ण पदक विजेता दक्षिण कोरिया की किम यू-ना ने मशाल से ओलंपिक लाइट जलाई। उन्हें यह मशाल कोरिया की संयुक्त आईस हॉकी टीम के 2 खिलाड़ियों ने थमाया। इसमें दोनों देशों की एक-एक खिलाड़ी शामिल थे।
इस ओलंपिक के बहाने तानाशाह किम ने साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन को बातचीत करने के लिए उत्तर कोरिया आने की दावत दी। दक्षिण कोरिया की अपनी यात्रा के दौरान किम की बहन ने यह निमंत्रण सौंपा। विंटर ओलंपिक गेम्स में किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग अपने देश की एथलीट टीम का नेतृत्व किया। दक्षिण कोरिया जाने वाली किम यो जोंग, किम परिवार से पहली सदस्य हैं।