पंडितों के मुताबिक सूर्य-चंद्रमा के भ्रमण काल के अंतर से चंद्रमास के 354 दिन और सौरमास के 365 दिन में प्रत्येक वर्ष 11 दिनों का अंतर होता है, जिस कारण तीन साल में एक बार एक महीना बढ़ जाता है। जिस माह में सूर्य संक्रंति नहीं होती वह अधिमास कहलाता है। इस साल अधिमास 16 मई से 13 जून तक रहेगा। इस दौरान शुभकार्य बंद हो जाएंगे।
भगवान विष्णु की करें आराधना
कहा जाता है कि अधिमास ने भगवान विष्णु से कहा कि लोग उसे त्यागा हुआ मास कहते हैं तो भगवान ने इस मास को अपना पुरुषोत्तम नाम दिया था। इस मास में भगवान विष्णु की आराधना, श्रीमद भागवत कथा, तीर्थ यात्रा, मंत्रोच्चार, पवित्र नदियों में स्नान करने से मोक्ष प्राप्त होता है। वहीं दूसरी ओर इस मास में शुभ कार्य करना बंद कर देना चाहिए। शादी-विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, उपनयन कार्यक्रम आदि शुभ कार्य नहीं करने चाहिए।
2015 में आषाढ़ माह में आया था अधिमास
जानकारों के अनुसार 32 महीने 16 दिन और 1 घंटा 36 मिनट के अंतराल में प्रत्येक तीन वर्ष बाद अधिमास आता है। इसके पहले अधिकमास 2015 में आषाढ़ माह में आया था। 1999 के बाद पूरे 19 साल बाद ज्येष्ठ मास में अधिमास आया है। 1999 के पहले 1981 में भी ज्येष्ठ माह में आया था। 2018 के बाद अब 2037 में ज्येष्ठ मास में यह अवसर आएगा।
22 जुलाई के बाद लग जाएगा चतुर्मास
पंडित नीलेंद्र तिवारी ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल में 18 से लगातार 29 अप्रैल, मई में 11 से 13 मई और जून माह में 21 जून से लेकर 6 जुलाई तक विवाह के मुहूर्त हैं। अधिमास के कारण 16 मई से 13 जून तक विवाह के मुहूर्त नहीं हैं। वहीं 22 जुलाई के बाद चातुर्मास लग जाएगा। 21 जुलाई को भड़ली नवमीं है और 23 जुलाई से देवशयन काल शुरू हो जाएगा।
आने वाले इन त्यौहारों के दिन बढ़ जाएंगे
– गुरु पूर्णिमा पिछले साल 9 जुलाई को पड़ा था, इस साल 27 जुलाई को पड़ेगा
– नागपंचमी पिछले साल 2 जुलाई को पड़ा था, इस साल 15 अगस्त को पड़ेगा
– रक्षाबंधन पिछले साल 7 अगस्त को पड़ा था, इस साल 26 अगस्त को पड़ेगा
– जन्माष्टमी पिछले साल 15 अगस्त को, इस साल 2 सितंबर को
– गणेश चतुर्थी पिछले साल 25 अगस्त को इस साल 13 सितंबर को
– अनंत चतुर्दशी पिछले साल 5 सितंबर को, इस साल 23 सितंबर को
– श्राद्धपक्ष पिछले साल 6 से 20 सितंबर, इस साल 25 सितंबर से 9 अक्टूबर
– नवरात्रि पिछले साल 21 से 29 सितंबर, इस साल 10 से 17 अक्टूबर
– विजयादशमी पिछले साल 30 सितंबर को, इस साल 19 अक्टूबर को
– शरद पूर्णिमा पिछले साल 5 अक्टूबर को इस साल 23 अक्टूबर को
– करवा चौथ पिछले साल 8 अक्टूबर को, इस साल 27 अक्टूबर को
– धनतेरस पिछले साल 17 अक्टूबर को, इस साल 5 नवंबर को
– दीपावली पिछले साल 19 अक्टूबर को इस साल 7 नवंबर को