उनका यह लगातार तीसरा कांस्य पदक है। इससे पहले 2012 और 2015 में भी हरिका कांस्य पदक हासिल कर पाई थीं। फाइनल में अब झोंग्यी का सामना उक्रेन की अन्ना मुजिचुक से होगा। गलती पड़ा भारी
हरिका ने टाईब्रेकर की पहली बाजी में जीत के साथ शुरुआत की पर दूसरी बाजी में गलती की वजह से मैच गंवा दिया। दूसरे टाईब्रेक में हरिका ने काले मोहरों से खेलते हुए पहली बाजी गंवाई, लेकिन दूसरी बाजी जीतकर एक बार फिर स्कोर बराबर कर दिए।
झोंग्यी ने हालांकि इसके बाद ब्लिट्ज बाजी 99 चाल में जीतकर फाइनल में प्रवेश किया। झोंग्यी ने 5-4 से जीत दर्ज की।