उम्र: 21 साल
रणजी टीम: पंजाब एडिलेड टेस्ट में मिली शिकस्त के बाद टीम प्रबंधन ने पृथ्वी शॉ के स्थान पर दूसरे टेस्ट मैच में शुभमन गिल को मौका दिया। लंबे समय से घरेलू क्रिकेट और इंडिया-ए के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे गिल ने मौका मिलते ही भुनाया। उन्होंने पदार्पण टेस्ट की पहली ही पारी में गिल ने 45 रन ठोक दिए।
उम्र: 29 साल
रणजी टीम: तमिलनाडु
भारतीय टीम के साथ नेट गेंदबाज के रूप में गए नटराजन को चोटिल खिलाडिय़ों के स्थान पर चौथे टेस्ट में पदार्पण का मौका मिला। पहली पारी में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी, तब नटराजन ने जल्द दो विकेट लेकर टीम की वापसी कराई थी।
उम्र: 21 साल
रणजी टीम: तमिलनाडु
उम्र: 26 साल
रणजी टीम: हैदराबाद
सिराज को पहले टेस्ट में चोटिल हुए शमी के स्थान पर दूसरे टेस्ट में जगह दी गई। मेलबर्न टेस्ट में सिराज ने तेजी और लाइन-लैथ से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। उन्होंने इस टेस्ट में कुल पांच विकेट चटकाए।
तेज गेंदबाज
उम्र: 28 साल
रणजी टीम: दिल्ली
कोच द्रविड़ ने युवा खिलाडिय़ों को निखारा और संवारा
भारतीय टीम आज जिस मुकाम पर है, उसका काफी श्रेय पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ को भी जाता है। पिछले कई सालों से द्रविड़ भारतीय जूनियर टीम और इंडिया-ए टीम के साथ बतौर कोच काम कर रहे हैं।
खिलाडिय़ों की सफलता में परिवार का योगदान रहा है, जिन्होंने तकलीफ उठाने के बावजूद उनका मनोबल नहीं टूटने दिया… सिराज के पिता ऑटो ड्राइवर थे
हैदराबाद के रहने वाल मोहम्मद सिराज का परिवार मध्यमवर्गीय था और उनके दिवंगत पिता ऑटो ड्राइवर थे। तमाम परेशानियों के बावजूद उन्होंने हमेशा सिराज को अच्छा क्रिकेटर बनाने का प्रयत्न किया। सिराज जब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आए, तब उनके पिता का निधन हो गया। इस मुश्किल दौर में मां ने उन्हें संभाला और ऑस्ट्रेलिया में ही रहने के लिए कहा।
तमिलनाडु के सलेम जिले के चिन्नापामपट्टी गांव के रहने वाले नटराजन का परिवार काफी गरीब था। पिता कारीगर थे और मां सड़क किनारे मुर्गियां बेचती थीं। नटराजन पांच भाई बहनों में सबसे बड़े हैं।