बीकानेर से आई टीम के जांच अधिकारी के अनुसार इसमें सीबीइओ, संबंधित कार्मिक व शिक्षक व कार्मिक की भूमिका रही है। जांच दल ने इस राशि को गबन की श्रेणी में माना है। श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ सहित राज्य के 301 सीबीइओ ऑफिस है। विभागीय अधिकारियों को आशंका है कि राज्य के हर सीबीइओ ऑफिस में अवकाश ले लिया और सेवा पुस्तिका में अंकित नहीं करने का खेल हुआ है। इसमें करोड़ों रुपए का गबन सामने आ सकता है।
क्या है विभाग की गाइड लाइन
शिक्षा विभाग की गाइड लाइन के अनुसार कोई कर्मचारी या शिक्षक अवकाश लेता है तो उसको पहले सीबीइओ संबंधित कार्मिक की सेवा पुस्तिका में अवकाश अंकित करता है। इसके बाद अवकाश की स्वीकृति के आदेश जारी करता है। जबकि श्रीगंगानगर में 110 कर्मचारियों व शिक्षकों के प्रकरण में सीबीइओ स्तर पर ऐसा कुछ भी नहीं कर शिक्षकों को अवकाश दे दिया गया। उसकी सेवा पुस्तिका में अवकाश अंकित तक नहीं किए गए। विभाग के आदेश है कि किसी भी कार्मिक व शिक्षक के उपार्जित अवकाश के बदले नकद भुगतान के संबंध में प्रति वर्ष जारी किए जाने वाले आदेश का इंद्राज कार्मिक की सेवा पुस्तिका में लाल स्याही से आवश्यक रूप से किया जाए ताकि दोहरा आहरण नहीं हो सकें।
38 करोड़ रुपए के गबन को लेकर सीबीइओ ऑफिस श्रीगंगानगर में प्रारंभिक शिक्षा विभाग की आंतरिक टीम जांच कर रही है। इसी दौरान छुट्टियां लेकर सेवा पुस्तिका में अंकित नहीं करने का मामला भी सामना आया है। इसमें अवकाश को लेकर हुई गड़बड़ी की रिपोर्ट मिलने पर संबंधित अधिकारी व कार्मिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-सौरभ स्वामी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग, बीकानेर।