रिश्तेदार से मिलने आया था युवक और फिर जो हुआ सुनकर हर कोई रह गया स्तब्ध
सीईओ का कहना था कि यह विकास अधिकारी पिछले नौ जून से बिना अनुमति से डयूटी से गायब है। ऐसे में अनुशात्मक कार्यवाही करते हुए नोटिस दिया है। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में नौ पंचायत समितियों में से चार विकास अधिकारी हैं जबकि शेष पांच पंचायत समितियों में पद खाली हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य कराने में अड़चन आ रही है। इस संबंध में जिला कलक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को भी अवगत कराया गया है।
साहब! अन्याय हुआ है, इसलिए द्वार किया बंद…
खाली पड़े हैं कई पद
ज्ञात रहे कि जिले में सादुलशहर, पदमपुर, सूरतगढ़ और अनूपगढ़ पंचायत समिति मे विकास अधिकारी हैं, लेकिन श्रीगंगानगर, श्रीकरणपुर, घड़साना, श्रीविजयनगर और रायसिंहनगर पंचायत समिति में विकास अधिकारियों के पद काफी समय से खाली पड़े हैं।
वृद्धावस्था और विधवा पेंशन की मांगी रिपोर्ट
जिले में सामाजिक पेंशन के मामले में लगातार शिकायतें मिल रही हैं। इसमें ज्यादातर वृद्धावस्था और विधवा पेंशन के लाभान्वितों को तत्काल सुविधा उपलब्ध नहीं हो रही है। ऐसे प्रकरणों को प्राथमिकता से निस्तारित करने के लिए सीईओ ने अब प्रत्येक पंचायत समिति क्षेत्र से फीडबैक रिपोर्ट मांगी है।
उन्हेांने बताया कि ऐसी विधवा महिलाएं जिनकी आयु साठ साल पार हो चुकी हैं, उनको वृद्धावस्था पेंशन में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि अधिक आयु के संबंध में अलग अलग श्रेणियों में पेंशन राशि भी अधिक है।