पुलिस ने बताया कि मिर्जेवाला निवासी रायसाहब पुत्र किशनलाल ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसका श्रीगंगानगर स्थित आईडीबीआई शाखा में वर्ष 2009 में खाता खुलवाया था। जिसे 2010 में बंद करवा दिया। खाता खुलवाते समय उसकी पहचान मिर्जेवाला के हेतराम सोनी ने की थी। पिछले दिनों आयकर विभाग का नोटिस मिला, जिसमें खाते में जमा हुए 16 लाख रुपए का हिसाब मांगा गया। तब जाकर पता चला कि उसके खाते में यह राशि जमा हो गई। रिपोर्ट में बताया है कि पहचान करने वाले हेतराम व आईडीबीआई शाखा प्रबंधक सहित अन्य ने उसके खाते को चालू किया और सौलह लाख रुपए का लेन-देन किया।