झूमे बाराती, टेका माथा
गुरुद्वारा के मुख्य सेवादार तेजेन्द्रपालसिंहटिम्मा ने बताया कि सुबह दस बजे से ही गुरुघर में बारात आने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे विवाह करने आए दूल्हा और दूल्हनों ने गुरुघर में आकर माथा टेका फिर 26 जोड़ो को आनंद कारज और पांच जोड़ों को वैदिक प्रक्रिया से शादी की रस्म अदायगी कराई गई। इसके बाद बारातियों और घरातियों के लिए लंगर बरताया गया।
गुरुघर में मेले जैसा उत्साह
इस सामूहिक विवाह के दौरान गुरुघर में मेले जैसा उत्साह नजर आया। सुबह से लेकर शाम चार बजे तक लोगों की आवाजाही बनी रही। नवदंपतियों को आशीर्वाद देने के दौरान गुरुद्धारा धन धन बाबा दीप सिंह जी शहीद में उनकी जरूरत का सारा सामान डबल बैड, पेटी, सिलाई मशीन, बर्तन, कपड़े, कम्बल, कुर्सी मेज के साथ साथ उनकी दैनिक दिनचर्या का सारा सामान उपलब्ध करवाया गया। इधर, इस आयोजन के लिए महिलाओं ने बर्तन धोने से लेकर दूल्हनों को तैयार करने के लिए अपनी भूमिका निभाई।