जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) तेजा सिंह ने बताया कि विद्यालय क्रमोनयन सत्र 2018-19 से लागू होगा। स्वीकृति के प्रथम वर्ष में कक्षा 11 व द्वितीय वर्ष में कक्षा 12 की कक्षाएं लगेंगी। इन विद्यालयों में संकाय एवं संकाय के तहत तीन ऐच्छिक विषयों का निर्धारण विद्यार्थियों की आवश्यकता एवं रूचि के अनुसार किया जाएगा। इसके लिए निदेशक माध्यमिक ने जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक को कार्रवाई के लिए पाबंद किया है। स्टाफ पैटर्न के अनुसार नव क्रमोन्नत विद्यालयों में नवसृजित व्याख्याताओं के पद भरे जाने तक वरिष्ठ अध्यापक संवर्ग लगाया जाएगा, जबकि इन पदों की गणना सीधी भर्ती पदोन्नति के लिए व्याख्याता संवर्ग में की जाएगी। विभाग ने इसके लिए प्राधानाचार्य के 637 पद और व्याख्याता लेवल-12 में 1911 पद सृजित किए हैं। वहीं, प्रधानाध्यापक और वरिष्ठ अध्यापक के 637-637 पद समाप्त किए गए हैं।
ये विद्यालय हुए क्रमोन्नत
पदमपुर तहसील का राजकीय माध्यमिक विद्यालय आठ ईईए, सादुलशहर का राजकीय माध्यमिक विद्यालय चक केरा व अलीपुरा, सूरतगढ़ का राजकीय माध्यमिक विद्यालय हरदासवाली, पालीवाला, ऐटा, गोविंदसर, घमंडिया, सोमासर, ठुकराना, राइयांवाली, गुडली व भगवानसर, अनूपगढ़ का चार एसपीएस सलेमपुरा, 72 जीबी व बांडा गांव, घड़साना का राजकीय माध्यमिक विद्यालय 11 पी पतरोड़ा, 13 एमडी सतराणा, सात केएनडी, 17 केएनडी, एक एलएलके, दो एलएलडी व राजकीय माध्यमिक विद्यालय दो एसटीआर, श्रीगंगानगर का राजकीय माध्यमिकविद्यालय दो एमएल, चार एमएल, पांच जी छोटी सहारणांवाली, नौ जेड व ततारसर, रायसिंहनगर का 13 टीके झोटांवाली (जगतसिंहवाला), 43 पीएस, डाबला, नानूवाला व 27 ए और श्रीविजयनगर तहसील का सात एलसी, 29 जीबी (शिवपुरी) माध्यमिक विद्यालय क्रमोन्नत किया गया है।